
Kheri Milak Fort : पेथड़ राठौड़ों का ठिकाना खेड़ी मिलक

Kheri Fort, Jaipur History of Kheri Fort : जोबनेर और रेनवाल के मध्य स्थित खेड़ी मिलक गांव जयपुर रियासत के अधीन एक ठिकाना…
Kheri Fort, Jaipur History of Kheri Fort : जोबनेर और रेनवाल के मध्य स्थित खेड़ी मिलक गांव जयपुर रियासत के अधीन एक ठिकाना…
ठाकुर जालिमसिंह, किशोरसिंह के वंशज के रूप में मीठड़ी में पैदा हुए। भाइयों में सबसे छोटे जालिमसिंह बचपन से ही कुशल संगठक…
जोधपुर से लगभग 86 और मेड़ता से 45 किलोमीटर जोधपुर जिले में बसा है रणसी गांव | आजादी से पूर्व यह गांव मारवाड़ के राठौड़ स…
रणसी गांव का इतिहास : History of Ransi Gaon | जोधपुर की बिलाड़ा तहसील में बसा है रणसी गांव | रणसी गांव बहुत ही प्राच…
ठाकुर महेशदास आसोप : सुमेलगिरी के समरांगण में मातृभूमि के लिए प्राणों का उत्सर्ग करने वाले वीरवर कूंपा की वंश परम्प…
ठाकुर नाहरखान आसोप : वीरवर कूंपाजी राठौड़ की वंश परम्परा में एक से बढ़कर एक कई वीरों ने जन्म लिया | कूंपाजी के वंशज कूंपा…
आसोप फोर्ट : जोधपुर जिले के आसोप कस्बे के बीचों-बीच बना है मांडण गढ़ Asop Fort | आसोप ठिकाने की स्थापना वीरवर राव कूंप…
गजसिंहपुरा फोर्ट : गजसिंहपुरा फोर्ट में रहने वाले ठाकुर सुमेरसिंह कूंपावत के अनुसार गजसिंहपुरा जोधपुर के महाराजा गजसि…
जोधपुर जिले की भोपालगढ़ तहसील में पड़ता है रजलानी गांव और इसी गांव में बनी है एक ऐतिहासिक बावड़ी | इस बावड़ी का निर्म…
बणी-ठणी : राजस्थान की मोनालिसा | राजस्थान के किशनगढ़ की विश्व प्रसिद्ध चित्रशैली “बणी-ठणी” का नाम आज कौन नहीं जनता ?…
सन 1794 ई. का दिन था, महादजी सिंधिया की पेशवाई सेना ने हाफु खंडू सिंधिया (अप्पा खंडेराव) के नेतृत्व में चूरू नगर …
चूरू किला : चूरू का किला अपनी स्वतंत्रता को बचाए रखने के लिए चांदी के गोले दागने वाले किले के नाम से विश्व में प्रसिद्ध…
सूबेदार हाथी द्वारा हिन्दू महिलाओं को उठाने का जगमाल में यूँ लिया बदला : उस समय अहमदाबाद पर महमूद बेग का शासन था,उस…
राव चंद्रसेन जोधपुर के राव मालदेव के छटे नंबर के पुत्र थे | उनका जन्म वि.स.१५९८ श्रावण शुक्ला अष्टमी (३० जुलाई १५४१…
चूरू का इतिहास : ठाकुर मालदेव घांघू के ठाकुर बणीर जी के पुत्र थे | बणीर जी के वंशज बणीरोत राठौड़ कहलाते हैं | इतिहास व…