
Mini Taj Mahal of Karkedi Village : करकेड़ी गांव का छोटा ताज महल

Mini Taj Mahal : Village Karkedi Near Kishangarh Mini Tajmahal of Karkedi Villgae : संगमरमर से बना यह यह खुबसूरत भवन एक…
Mini Taj Mahal : Village Karkedi Near Kishangarh Mini Tajmahal of Karkedi Villgae : संगमरमर से बना यह यह खुबसूरत भवन एक…
Boraj Fort, Jaipur Boraj Fort बोराज गढ़ के सामने बना है एक ऐसे योद्धा का स्मारक जिसने महादजी सिंधियां की सेना को नाकों च…
महात्मा हांडी भडंग नाथ और हर्षनाथ पर्वत महात्मा हांडी भडंग नाथ का शेखावाटी के हर्षनाथ पर्वत से गहरा नाता रहा है | महात…
चुरू के संस्थापक ठा. मालदेव के सम्बन्ध में एक बहुपचलित जनश्रुति इस प्रकार है कि ठा. बणीर की मृत्यु के बाद अपने वायदे…
ग्रंथों में हांडी भडंग का विवरण जोधपर के नाथ मतावलंबी महाराजा मानसिंह (सन् 1803 से 18481 परे भारतवर्ष के तत्कालीन नाथ…
महात्मा हांडीभडंग नाथ Handi Bhadng Nath : हांडी भडंग नाथ सम्प्रदाय के एक महान संत थे | हांडी भडंग के बारे में गजानंद कव…
दिल्ली नरेश तेजपाल तोमर प्रथम : अनंगपाल द्वितीय के पश्चात् 1081 ई. में दिल्ली के राजसिंहासन पर तेजपाल प्रथम आसीन हुए। त…
Nimbi Khurd Fort : निम्बी खुर्द गढ़ नागौर जिले के डीडवाना से आठ किलोमीटर दूर निम्बी खुर्द गांव में बना है | देश की आज…
भाग -२ से आगे अनंगपाल तोमर का इब्राहिम से युद्ध 1059 ई. में गजनी का सुल्तान इब्राहिम बना। यह मसऊद का दूसरा पुत्र थ…
भाग १ से आगे : दिल्ली के तोमर पुस्तक में द्विवेदी के अनुसर 1052 ई. से प्रारम्भ होकर वे निर्माण 1067 ई. तक चलते रहे। ग…
लेखक : डॉ. महेंद्रसिंह तंवर, खेतासर 1051 ई. में दिल्ली के राजसिंहासन पर अनंगपाल द्वितीय बैठा। मेहरौली के लौह स्तम्भ पर…
कन्नौज नरेश जयचंद की पुत्री संयोगिता का ऐतिहासिक सच कौन थी संयोगिता ? क्या कन्नौज नरेश जयचंद पुत्री संयोगिता वाकई थी…
जिस किले की रक्षा के लिए वहां की प्रजा ने अपने चांदी के गहने राजा को समर्पित कर दिए थे, ताकि लोहे की कमी झेल रहा राज्य …
वैस राजवंश की शाखाएँ, राज्य और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान राजपूत शाखाओं का इतिहास" पुस्तक में लेखक देवीसिंह म…
भाग - २ से आगे.... मसूद ने अपनी सेना को एकत्र कर उसके सामने अपनी प्रतिज्ञा दोहराई कि “मैं युद्ध में शत्रु को पीठ नहीं …