जिस किले की रक्षा के लिए वहां की प्रजा ने अपने चांदी के गहने राजा को समर्पित कर दिए थे, ताकि लोहे की कमी झेल रहा राज्य चांदी के गोले बनाकर दुश्मन पर दाग सके | आज वही किला अपने अस्तित्व को बचाने के लिए प्रशासन की बाट जोह रहा है | हम बात कर रहे हैं चुरू के किले की | वर्तमान में यह किला राजस्थान सरकार के स्वामित्व है और किले के भीतर कोतवाली, अस्पताल व विद्यालय संचालित है | अपनी स्वतंत्रता को बचाए रखने के लिए दुश्मन पर चांदी के गोले दागने के लिए प्रसिद्ध यह किला अवैध कब्जों व सरकारी उदासीनता का शिकार है और जीर्णोद्धार के अभाव में किले का परकोटा जगह जगह से क्षतिग्रस्त है |
सबसे बड़ी बात कोतवाली से महज कुछ मीटर दूर इस किले के मुख्य द्वार एक किंवाड़ तक चोरी हो गया, आपको बता दें किले का यह किंवाड़ इतना भारी था कि इसे बिना क्रेन नहीं उठाया जा सकता | जाहिर है चोर दरवाजा ले जाने के लिए अपने साथ क्रेन मशीन व ट्रेक्टर जरुर लाये होंगे | किले इस अवस्था व प्रशासन की उदासीनता को लेकर चुरू के नागरिक उद्वेलित है | इस मुद्दे को लेकर हमने चुरू के युवाओं से बातचीत की | जिसका वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल के इस लिंक पर उपलब्ध है |
हैरिटेज व ऐतिहासिक धरोहरों की महत्ता समझने वाले युवाओं से हमारी अपील है कि चुरू की इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए आगे आयें | चुरू के युवा स्थानीय प्रशासन व राजनेताओं पर दबाव बनाये ताकि वे जागे और इस ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण करने हेतु जीर्णोद्धार करावें |