ये शीश महल है, जिसे बहुत कम लोगों ने ही देखा है और कम ही लोग इसके बारे में जानते हैं | श्री विहीन अवस्था में भी इसे देख अंदाजा लगाया जा सकता कि कभी यहाँ नृत्य की महफ़िलें सजती थी और नृतकियां अपनी कला का प्रदर्शन कर यहाँ के शासक व मंत्रीगणों से पारितोषिक पाती थी | लेकिन आज यह शीश महल सूना पड़ा हैं कभी कभार इसे देखने आने वाले पर्यटक कुछ देर के लिए यहाँ की शांति भंग अवश्य कर देते हैं पर उनके जाते ही इस महल में फिर से शांति का साम्राज्य छा जाता है | श्रीविहीन अवस्था में भी यह महल आगुन्तकों का बाहें पसार कर स्वागत करता है और अपनी मूक भाषा से इस क्षेत्र के अतीत के शासकों के वैभव और खुशहाली के इतिहास की झलक दिखला कर अहसास करा देता कि कभी यहाँ भी मंगल संगीत, नृत्य और खुशियों की बहारें थी |
जी हाँ यह कुचामन किले में बने शीश महल के दृश्य है, जो आपने तो क्या कुचामन के वासिंदों में से भी बहुत कम ने देखें होंगे | जयपुर, जोधपुर, बीकानेर आदि बड़े बड़े किलों में बने शीश महलों की तर्ज पर कुचामन के ठाकुर ने भी अपने किले में शीश महल बनवाया था | हालाँकि बड़े राजाओं द्वारा बनाये गए शीश महलों के मुकाबले कुचामन ठाकुर का बनवाया यह शीश महल छोटा अवश्य होगा, पर अपनी शानोशौकत में किसी से कम भी नहीं है |
इस महल में जहाँ शीशों का प्रयोग बहुतायत से किया गया है वहीं यहाँ की गई चित्रकारी दर्शक का मन मोहने के लिए काफी है | शीश महल में प्रवेश करते ही सामने एक आसन लगा है जिसके ऊपर बने छत्र आदि देखने पर सहज अंदाजा हो जाता है कि यह यहाँ के शासक के बैठने की जगह रही होगी | महल के हर खम्बे, हर दीवार पर शीशों के साथ सुन्दर सुनहरी चित्रकारी की हुई है, महल की छत पर बनी डिजाइन देखने लायक है | चूँकि अभी इस शीश महल में रौशनी की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं है अंत: अँधेरे में कैमरा इसकी खूबसूरती को सही कैद नहीं कर पाया, पर जिस तरह से किले में रिनोवेशन व सार संभाल का कार्य चल रहा है भविष्य में इस शीश महल के भी सुनहले दिन वापस लोटेंगे और यह महल आपको चमचमाता हुआ नजर आयेगा|
कुचामन किले में स्थित यह शीश महल आज भी पर्यटकों के लिए खुला है, जिसे देश विदेश का कोई भी पर्यटक देख सकता है और हाँ इस जगह तक पहुँचने के लिए बैक गियर में यानी उलटी चलती जीप में पहाड़ी पर बने इस किले में चढ़ने का जो रोमांचक लुफ्त मिलता है, उसका कोई जबाब नहीं | यदि आप कुचामन किले के इस सुन्दर शीश महल सहित, कई अन्य शानदार महल देखने कुचामन आना चाहते हैं तो कुचामन रेल व सड़क यातायात से जयपुर व अजमेर सहित देश के विभिन्न बड़े शहरों से जुड़ा है |