
डिग्गी फोर्ट का इतिहास : खंगारोत कछवाहों का महत्त्वपूर्ण ठिकाना था डिग्गी Diggi Fort History in HIndi

म्हारा डिग्गी पुरी का राजा, बाजै छै नोबत बाजा इस भजन की मधुर स्वर लहरियां तो आपने सुनी होगी, इस भजन में डिग्गी पुरी क…
म्हारा डिग्गी पुरी का राजा, बाजै छै नोबत बाजा इस भजन की मधुर स्वर लहरियां तो आपने सुनी होगी, इस भजन में डिग्गी पुरी क…
खेजड़ला ठिकाने का इतिहास | History of Khejrla Fort : जैसलमेर के रावल केहर के छोटे भाई हमीर के वंशज जैसलमेर से मछवाला गां…
History of Lamiya Fort: इतिहास में राजा रायसल दरबारी के नाम से प्रसिद्ध रायसलजी को सात गांवों की जमींदारी मिली थी …
देवगढ फोर्ट सीकर : सीकर शहर के दक्षिण दिशा में अरावली की ऊँची पहाड़ी पर बना है देवगढ फोर्ट, जो वास्तुकला का नायाब नम…
आसोप फोर्ट : जोधपुर जिले के आसोप कस्बे के बीचों-बीच बना है मांडण गढ़ Asop Fort | आसोप ठिकाने की स्थापना वीरवर राव कूंप…
राणोली फोर्ट का इतिहास : शेखावाटी आँचल के सीकर जिले मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर है राणोली गांव | यह गांव सीकर जयपु…
बडू ठिकाने का इतिहास : राजस्थान के इतिहास में मेड़तिया राठौड़ अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध है | उनके लिए कहावत है कि मरण …
सन 1794 ई. का दिन था, महादजी सिंधिया की पेशवाई सेना ने हाफु खंडू सिंधिया (अप्पा खंडेराव) के नेतृत्व में चूरू नगर …
चूरू किला : चूरू का किला अपनी स्वतंत्रता को बचाए रखने के लिए चांदी के गोले दागने वाले किले के नाम से विश्व में प्रसिद्ध…
रोहतासगढ़ दुर्ग : राष्ट्र के प्राण उसकी संस्कृति और इतिहास में बसते हैं। संस्कृति और इतिहास के नष्ट होने से राष्ट्र भी न…
रोहतासगढ़ किले से सम्बन्धित 12 वीं सदी से पहले का कोई शिलालेख तो नहीं मिलाता, लेकिन विभिन्न इतिहासकारों के मुताबिक इस …
अपने पूर्वजों द्वारा निर्मित होने के कारण राजा मानसिंह को रोहतासगढ़ किले से बेहद लगाव था। अतः मुगल शासन में उस क्षेत्र क…
रायपुर मारवाड़ रियासत का एक महत्वपूर्ण ठिकाना था | इस ठिकाने पर रियासतकाल में उदावत राठौड़ों का शासन था | रायपुर से पहले …
जैसलमेर के विशाल रेगिस्तान में जैसलमेर दुर्ग जिसे सोनार का किला के नाम से विश्व में जाना जाता है, किसी तिलिस्म व …
राजस्थान के मारोठ में गौड़ राजपूतों का शासन था, जिसे कालांतर में मेड़ता के शासक और इतिहास में चित्तौड़ का शेर के नाम से प्…
बावड़ी फोर्ट : Bavadi Fort बावड़ी मेड़तियान ठिकाना | नागौर जिले के मोलासर कस्बे से लगभग सात किलोमीटर दूर स्थित है बावड़ी …