
हठीलो राजस्थान-19

बिण ढाला बांको लड़े, सुणी ज घर-घर वाह | सिर भेज्यौ धण साथ में, निरखण हाथां नांह ||९७|| युद्ध में वीर बिना ढाल के ही…
बिण ढाला बांको लड़े, सुणी ज घर-घर वाह | सिर भेज्यौ धण साथ में, निरखण हाथां नांह ||९७|| युद्ध में वीर बिना ढाल के ही…
सूरापण सु-नसों सकड़, ढील न लागै ढिंग्ग | पीवै नीं वो डगमगै , पीधां बणे अडिग्ग ||११५|| शौर्य का नशा भी बड़ा प्रबल है | ज…
गूद गटककै गोधणयां, हड्ड चटककै स्याल | बूथ बटककै बैरियाँ, मंडै रण मतवाल ||९४|| जब रण के मतवाले शूरवीर क्रुद्ध होकर युद…
सुत गोदी ले धण खड़ी, जौहर झालां जोर | झालां हिड़दे धव जलै, लाली नैणा कोर || जौहर के समय वीर नारी अपने पुत्र को लिए जौह…
आजकल गौ तस्करों व गौ हत्यारों के खिलाफ हिन्दू गौ रक्षकों की कार्यवाहियां अख़बारों की सुर्खियाँ बन रही है| एक स्थान से द…
आजकल गौ तस्करों व गौ हत्यारों के खिलाफ हिन्दू गौ रक्षकों की कार्यवाहियां अख़बारों की सुर्खियाँ बन रही है| एक स्थान से दू…
नर चंगा निपजै घणा, घणा थान देवात | दिल्ली सामी ढाल ज्यूँ , धरा धींग मेवात ||८८|| जिस मेवात की वीर-भूमि में उत्कृष्ट वीर…
होतो नह मेवाड़ तौ, होती नह हिन्दवाण | खान्ड़ो कदै न खडकतौ, भारत छिपतो भाण ||८२|| यदि मेवाड़ नहीं होता तो कभी युद्ध भी न…
Jodha Akbar ka Sach, Jodabai Rajput Nahi Putgali thi, Purtgali lekhak ka Dava मुगले आजम फिल्म में काल्पनिक तौर पर अकबर…
रगत बहायौ रोसतां, रंगी धर, फण सेस | दिल्ली-जड़ ढिल्ली करी, मारू मुरधर देस ||७६|| मरुधर देश राजस्थान ने जब क्रोध किया ,त…
डिगीयौ नह गढ़ डीग रो, तोपां ताव पड़ंत | कोरां खांडी नीं हुई, गोरां डिंग गलन्त ||७०|| वीर सूरजमल का शौर्य स्मारक डीग का द…
तीनों पोल्यां देवल्यां, देवल तीन खड़ीह | धव पहली सुत दूसरी, तीजी आप लड़ीह ||६४|| दुर्ग के तीनों द्वारों की देहलियों पर …
देणी धरती दान में, देणी नह खग जोर | लेणों भाला नोक सूं, वा धर रहणी ठौर ||५८|| धरती दान में तो देनी चाहिए किन्तु तलवार …
धुण हिड़दै इक सांभली, भणतां खुद भगवान | राग सदा सत वाहिनी, संदेसो सत -ग्यान ||५२|| हे सखी ! भगवान का भजन करते करते मुझे…
धुण हिड़दै इक सांभली, भणतां खुद भगवान | राग सदा सत वाहिनी, संदेसो सत -ग्यान ||५२|| हे सखी ! भगवान का भजन करते करते मुझ…
नैणा नाथ न निरखियौ, परणी खांडै साथ | बलती झाला वा रमी, रगड़े हन्दी रात ||४६|| उस वीरांगना ने अपनी आँखों से पति के कभी द…
नैणा नाथ न निरखियौ, परणी खांडै साथ | बलती झाला वा रमी, रगड़े हन्दी रात ||४६|| उस वीरांगना ने अपनी आँखों से पति के कभी…
राजस्थान में गणगौर पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता रहा है| रियासत काल में गणगौर रियासत व शासक की प्रतिष्ठा से जुड़ी रही है…
राजस्थान में गणगौर पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता रहा है| रियासत काल में गणगौर रियासत व शासक की प्रतिष्ठा से जुड़ी रही है…
बौले सुरपत बैण यूँ , सुरपुर राखण सान | सुरग बसाऊं आज सूं, नान्हों सो रजथान ||४०|| सुर-पति इंद्र कहता है कि स्वर्ग की शा…
बौले सुरपत बैण यूँ , सुरपुर राखण सान | सुरग बसाऊं आज सूं, नान्हों सो रजथान ||४०|| सुर-पति इंद्र कहता है कि स्वर्ग की शा…
छीन ठंडी छीन गरम है, तुनक मिजाजी नेस | भोली सूर सभाव री, धरती दोस न लेस ||३४ || राजस्थान की भूमि क्षणभर में ठंडी व क्षण…
छीन ठंडी छीन गरम है, तुनक मिजाजी नेस | भोली सूर सभाव री, धरती दोस न लेस ||३४ || राजस्थान की भूमि क्षणभर में ठंडी व क्ष…
मात सुणावै बालगां, खौफ़नाक रण-गाथ | काबुल भूली नह अजै, ओ खांडो, ऎ हाथ ||२८|| काबुल की भूमि अभी तक यहाँ के वीरों द्वारा…
मात सुणावै बालगां, खौफ़नाक रण-गाथ | काबुल भूली नह अजै, ओ खांडो, ऎ हाथ ||२८|| काबुल की भूमि अभी तक यहाँ के वीरों द्वारा…
रण छकियो, छकियो नहीं , मदिरा पान विशेष | रण-मद छकियो रीझ सूं, रण-मतवालो देस ||२२|| रण से तृप्त होने वाला यह देश अत्यधिक…
रण छकियो, छकियो नहीं , मदिरा पान विशेष | रण-मद छकियो रीझ सूं, रण-मतवालो देस ||२२|| रण से तृप्त होने वाला यह देश अत्यधिक…
खल खंडण,मंडण सुजण, परम वीर परचंड | तो भुज -दंडा उपरे, भारत करै घमण्ड ||१६|| दुष्टों का नाश और सज्जनों का पालन करने वाले…
खल खंडण,मंडण सुजण, परम वीर परचंड | तो भुज -दंडा उपरे, भारत करै घमण्ड ||१६|| दुष्टों का नाश और सज्जनों का पालन करने वाले…
बहु धिन भाग वसुन्धरा, धिन धिन इणरो तन्न | दुरगा लिछमी सुरसती , तिन्युं जठै प्रसन्न ||१०|| इस वसुन्धरा(राजस्थान)का भाग्य…
बहु धिन भाग वसुन्धरा, धिन धिन इणरो तन्न | दुरगा लिछमी सुरसती , तिन्युं जठै प्रसन्न ||१०|| इस वसुन्धरा(राजस्थान)का भाग्य…
दीधा निज गुण देवता, रिखियां दी आसीस | जिण दिन सिरजी मरुधरा, सोणी नायो सीस ||१|| जिस दिन विधाता ने इस मरुधरा (राजस्थान)क…
दीधा निज गुण देवता, रिखियां दी आसीस | जिण दिन सिरजी मरुधरा, सोणी नायो सीस ||१|| जिस दिन विधाता ने इस मरुधरा (राजस्थान)…
वीर रस के दोहों का संग्रह : वर्ष 1954 से 1959 तक श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख रहे स्व.श्री आयुवानसिंह जी शेखावत …
वर्ष 1954 से 1959 तक श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख रहे स्व.श्री आयुवानसिंह जी शेखावत ,हुडील एक उच्च कोटि के लेखक,…
कर्नल जेम्स टॉड ने राजस्थान का इतिहास लिखा। इसके लिए उसने अनेक प्रमाणिक संसाधन एकत्रित किये। जैसे पुराण, रामायण, महाभार…