कुम्भा महल और विजय स्तंभ : चितौडगढ़

कुम्भा के महलों के भग्नावशेष और यह पास में खड़ा हुवा विजय स्तम्भ ! एक ही चेहरे की दो आँखे है जिसमे एक में आंसू और दूसरी…
कुम्भा के महलों के भग्नावशेष और यह पास में खड़ा हुवा विजय स्तम्भ ! एक ही चेहरे की दो आँखे है जिसमे एक में आंसू और दूसरी…
विस्मृति बता रही है- यह तो रानी पद्मावती का महल है | इतिहास की बालू रेत पर किसी के पदचिन्ह उभरते हुए दिखाई दे रहे है| स…
पाबू भाग १ का शेष ................. कौन जनता था कि विवाह के ढोल-धमाकों में भी कर्तव्य की क्षीण पुकार कोई सुन सकता है | …
भाद्रपद मास की बरसात सी झूमती हुई एक बारात जा रही थी | उसकी बारात जिसने विवाह पहले ही सूचना दे दी थी कि- ' मेरा सिर…
तुम सब जानती व्यथा हमारी किसको पुकारें माँ | सपनो की नगरी सूनी है उजड़ा उपवन माँ || प्राण पपीहे ने पी पी करके नभ…
वैरागी चित्तौड़-1 वैरागी चित्तौड़ -2 का शेष (अन्तिम) विस्मृति बता रही है- यह तो रानी पद्मावती का महल है | इतिहास की …
वैरागी चित्तौड़ ....का शेष भाग यह दुर्ग का अन्तिम द्वार है,जहाँ प्राणों की बाजी लग जाया करती थी; जवानी म्रत्यु को धराश…
स्व.श्री तनसिंहजी की कलम से यह चित्तौड़ है,जिसके नाम से एक त्वरा उठती है,एक हुक बरबस ह्रदय को मसोस डालती है;किंतु जिसने…
भारत का मान बिन्दु ,तिरंगा यह झंडा हमारा | मर के अमर हो जाना, पर ये झंडा ना झुकाना || लाखों चढ़े थे शमा पर किंतु बुझने न…
हम भूल चुके है हाँ हम भूल चुके है जिस पीड़ा को उसको फ़िर उकसानी है | केसरिया झंडा सुना रहा है हमको अमर कहानी || …
क्षत्रिय कुल में जन्म दिया तो ,क्षत्रिय के हित में जीवन बिताऊं | धर्म के कंटकाकीर्ण मग पर ,धीरज से में कदम बढ़ाऊँ || भर…