वीर दुर्गादास राठौड़ की पूण्यतिथि पर शत शत नमन

Gyan Darpan
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मायड़ ऐड़ा पुत जाण,जेड़ा दुर्गादास
भार मुंडासा धामियो, बिन थम्ब आकाश

घर घोड़ों,खग कामनी,हियो हाथ निज मीत
सेलां बाटी सेकणी, श्याम धरम रण नीत

उनको न मुगलों का धन विचलित कर सका और न ही मुग़ल शक्ति उनके दृढ हृदय को पीछे हटा सकी वह एक वीर था जिसमे राजपूती साहस व मुग़ल मंत्री सी कूटनीति थी|(सर जदुनाथ सरकार)

295वीं पूण्यतिथि पर वीर शिरोमणि को शत शत नमन

वीर दुर्गादास का निधन 22 nov. 1718 में हुआ था, इनका अन्तिम संस्कार शिप्रा नदी के तट पर किया गया था|

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