पैट डॉग का साथ दूर करे तनाव

Gyan Darpan
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आज जमाना है एकल परिवारों का ऐसे में महिलाओं को भी दोहरी जिम्मेदारी उठानी पड़ रही है। एक परिवार की दूसरा अपने कैरियर की। ऐसें में तनाव अवसाद चिड़चिहाट आम बात हो गई हो गयी है। अगर हाउसवाईफ है तो पति और बच्चों के अपने काम पर जाने के बाद अकेलेपन की समस्या से जुझना पडता है। ऐसे में अगर पेट डॉग हो तो आपके लिए बहुत अच्छा है। अभी हाल ही में यू. के. में हुई एक स्टडी के अनुसार पालतू कुत्ते आपके लिए बेहद उपयोगी है। केनाइन बिहेवियर सेन्टर ऑफ़ क्वीनस यूनिवसिर्टी, नार्दन आयरलैण्ड के प्रोफेसर डाक्टर डेबोरेह वेल्स के द्वारा की गई इस रिसर्च के अनुसार कुत्ता पालने वाले लोग ज्यादा चुस्त एवं स्वस्थ होते है। उनका ब्लड प्रेशर भी ठीक रहता है दिल के रोग भी नही सताते। साथ ही महिलाओं को अवसाद भी नहीं होता।

फिजिकल एक्टीविटी

वर्षो से सुनते आ रहे है कि कूत्ता सबसे वफादार दोस्त होता है वो ना केवल आपके घर को सुरक्षा प्रदान करता हैं बल्कि आपको कम्पनी भी देता है। सुबह शाम अपनें ‘पैट डॉग’ को घुमाने ले जाइये इससे आपकी भी वाक् हो जायेगी, जो शरीर के लिए बहुत अच्छी है साथ ही साथ चलना आपके दिल को भी मजबूत करता है। आप अपने पैट डॉग’ के साथ खेल भी सकती है उसके साथ दौड़ सकती है। साथ ही साथ यह आपको सोशल होने का भी मौका देता है। वाक पर जाते समय अक्सर आपको परिचित मिलते है इसके अलावा दूसरे लोग जो डाग के साथ घुमने आते है उनके साथ भी परिचय बढ़ता है।
‘‘हमारे पास बहुत से लोग आते है जिनमें बड़ी संख्या ऐसी महिलाओं की होती है जो सिर्फ इसलिए डॉग पालना चाहती है क्योंकि उसके साथ उनका घूमना फिरना हो सके और एक्सरसाईज का एक टाईम टेबल बन सके,’’ कहती है वेटरिनरी डाक्टर अराधना पाण्डेय जो रोहिणी में ‘डोगी वर्ल्ड' के नाम से ‘पैट डॉग’ के लिए हॉस्पिटल चलाती है। जहाँ डॉग्स के लिये सभी तरह की सुविधाएँ उपलब्घ है। ट्रीटमेन्ट से लेकर ग्रुमिगॅ तक ट्रेनिग से लेकर मेट्रीमोनी तक।

जिम्मेदारी का एहसास

‘पैट डॉग’ होने से एक दायित्व का बोघ होता है आपको अपने डॉग के खाने पीने से लेकर उसकी साफ सफाई, बीमारी घूमने फिरने सबका ध्यान रखना होता है इससे ना केवल आपका समय अच्छे ढंग से व्यतीत होगा बल्कि आपको दायित्व बोध से खुशी भी मिलेगी। ‘‘डॉग पालना तो आसान है लेकिन उसकी जिम्मेदारी निभाना कठिन अगर आप ऐसा करती है तो इससे आपको मानसिक सकून तो मिलेगा ही आपकी समय भी अच्छा कटेगा,’’ कहती है डाक्टर आराधना पाण्डेय।

‘पैट डॉग’ के साथ समय बिताये

डेली आपको कम से कम आघा घन्टा अपने डॉग के साथ बिताना चाहिए, उसको सहलाये उसके बालों में हाथ फिराये। इससे आपको बहुत अच्छा महसूस होगा। अगर आप कामकाजी महिला है तो आफिस से आने के बाद आप ऐसा कर सकती है इससे आपकी सारी थकान एवं तनाव दूर हो जायेगा।

हाउस वाईफ के लिए

पति के दफ्तर एवं बच्चों के स्कूल जाने के बाद अक्सर हाउस वाईफ घर पर बोर होती है। ऐसे में ‘पैटस’ पालना उनके लिये बहुत अच्छा है उनका सारा समय भी आसानी से कटता है एवं अकेलापन भी नही महसूस होता। डाक्टर आराधना पाण्डेय के अनुसार पैट डॉग होना एक बच्चा होने के समान है उसका ध्यान रखने मे केयर करने में समय कैसे बीत जाता है पता ही नहीं चलता।
यूनिवसिटी ऑफ़ मिसोरी कोलमबिया यू.एस.ए के अनुसार ‘पैट डॉग’ को 15 मिनट तक सहलाने से ब्रेन में फील गुड हारमोन्स सेरोटोनिन प्रोलेेक्टिन एन्ड औक्सीटिन का रिसाव होता है। जिससे हम खुश महसूस करते है।

Interview of Dr Aradhna Pandey

प्रश्न - आपके पास आने वाले ज्यादातर क्लाईटस किस तरह के होते है ?
उत्तर - हमारे पास ज्यादातर महिलायें आती है अकसर महिलायें घर में कुतो की देखभाल आदि करती है।
प्रश्न - क्या वाक्ई में ‘पैट डाग्स तनाव एवं अवसाद दूर करने में सहायक है ?
उत्तर - बिलकुल ‘पेटस’ के साथ समय बीतने से उसके साथ खेलने से आपको खुशी मिलती है इसके वैज्ञानिक पहलू भी है। जब आपका डॉग पूंछ हिलाकर आपके पास आता है आपके हाथ पैर चाटता है या आप उसके बालों को सहलाती है तो जाहिर तौर पर आपको खुशी मिलती है।
प्रश्न - इसका कोई वैज्ञानिक आधार भी है ?
उत्तर - ‘पेटस’ के साथ खेलने से भागने दौड़ने से सहलाने से ब्रेन में सेरोटोनिन एवं डोपामाइन जैसे केमिकल बनते है जिनसे हमे खुशी मिलती है और हम रिलेक्स फील करते है।
प्रश्न - महिलाओं को डॉग्स पालने से क्या लाभ है ?
उत्तर - कामकाजी महिलाओं और हाउसवाइफ दोनों के लिए ही ‘पैट डाग’ रखना अच्छा है उनके साथ समय बीताना खेलकर तनावमूक्त हो सकती है और उसकी देखभाल कर एक मानसिक सकून तो मिलता ही है। लेकिन हाँ सिफॅ कुत्ता पालने के लिये कुत्ता ना पाले आपको सही में डॉग लवर होना चाहिये।

पैट डॉग सम्बंधित ज्यादा जानकारी के लिए डा. अनुराधा पांडे से फोन न. 09811299050 पर सम्पर्क किया जा सकता है|
Written by Sachin Singh Gaur

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7टिप्पणियाँ

  1. बहुत ही उपयोगी और सही, आभार.

    रामराम.

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  2. निस्संदेह पालतू कुत्ते हम इनानों से बहुत अच्छे होते हैं !
    वे ..
    -प्यार करते समय दिमाग का उपयोग नहीं करते
    -आपके खराब समय में , साथ नहीं छोड़ते
    -वे आपका इंतज़ार करते हैं
    -वे आपसे अच्छा किसी को नहीं मानते

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  3. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन १४ वें कारगिल विजय दिवस पर अमर शहीदों को नमन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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