
लेकिन अब सवारी ढ़ोने वाले रिक्शों में भी बैटरी का इस्तेमाल होने लगा है एक बार बैटरी चार्ज करने के बाद ये साइकल रिक्शा ९० की.मी. तक फासला तय कर लेते है | कम लगत के इन बैटरी चालित साइकल रिक्शों का छोटे शहरों में व कॉलोनियों में ऑटो रिक्शा के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर प्रदूषण से बचा जा सकता है | फरीदाबाद की ग्रीन फिल्ड कालोनी की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने अपनी कालोनी में रहने वाले परिवारों के लिए किफायती शुल्क पर ऐसे रिक्शों की सेवा की शुरुआत है |

ताऊ डॉट इन: ताऊ पहेली - 60
राजनीती का घिनोना चेहरा |
ांच्छी जानकारी है धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंजोरदार जुगाड़ है भाई जी,
जवाब देंहटाएंराम राम
वाह! शानदार चीज है। इस बार फरीदाबाद अधिक नहीं रुक पाया। अगली बार जब भी आना हुआ तब आप मुझे यह रिक्षा दिखाएंगे?
जवाब देंहटाएंअच्छा लग रहा है। इलाहाबाद के रिक्शे ज्यादा हल्के हैं। उनमें बैटरी का प्रयोग और बढ़िया होगा!
जवाब देंहटाएंyah to nayi si jaankari hai.
जवाब देंहटाएंaise rikshon ko dusre shahron mein bhi hona chaheeye.
pollution niyantran ke liye achchha udaharan hain.
बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने. आशा करनी चाहिये कि लोग इनके बढ़े हुए किराये देने में आना-कानी नहीं करेंगे ताकि रिक्शाचालक इन्हें अपना सकें. इससे रिक्शाचालकों की स्थिति में भी सुधार होगा. आशा यह भी करनी चाहिये कि इनकी बैटरी की मुरम्मत व स्थानापन्न रिक्शाचालकों के बूते से बाहर न हो.
जवाब देंहटाएंये तो पर्यावरण की दृष्टि से भी लाजवाब है. बहुत सुंदरतम जुगाड है.
जवाब देंहटाएंरामराम.
आशा है यह रिक्शा प्रदूषण को रोकने में सफल रहेगा!
जवाब देंहटाएंnyee jaankaaree.
जवाब देंहटाएंहमारे शहर में भी ऐसा रिक्शा आ जाए को क्या बात है। आपने अच्छी जानकारी दी।
जवाब देंहटाएंइसकी गति कितनी होगी तथा भार वाहन क्षमता कितनी है | वैसे भी रिक्शे में ज्यादा गति की जरूरत नहीं पड़ती है |
जवाब देंहटाएंनमस्कार शेखावत जी मैं यह रिक्शा खरीदना चाहता हूँ । कृपया कुछ डिटेल भेजें ।
जवाब देंहटाएंशेखावत जी रिक्शे के बारे मे विस्तार से बताये मेरा e mail address ;- mirchinamak@gmail.com है।
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