राणा सांगा के चित्र में सांप का रहस्य

Gyan Darpan
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आपने इतिहास प्रसिद्ध मेवाड़ के शासक राणा सांगा (Maharana Sangram Singh) का पेड़ ने नीचे सोते हुए एक चित्र अवश्य देखा होगा, इस चित्र में अपना फन उठाये एक सांप भी नजर आता है| चित्र को देखकर हर व्यक्ति के मन में आता होगा कि सांगा के जंगल में पेड़ के नीचे सोते हुए चित्र में सांप का क्या रहस्य है? क्या सांप उस वक्त सोते हुए राणा को काटने के उद्देश्य से आया था और या किसी और प्रयोजन के तहत? तो आइये आज जानते है राणा सांगा से जुडी एक ऐतिहासिक कहानी के माध्यम से चित्र में फन उठाये सांप का रहस्य –

भविष्यवक्ताओं द्वारा सांगा का चितौड़ का स्वामी बनने की भविष्यवाणी के बाद उसके भाइयों ने उस पर प्राणघातक हमला किया और उसे मारने के लिये अग्रसर हुये| सांगा चूँकि अपने भाइयों पर प्रहार नहीं करना चाहते थे अत: वे भाइयों से बचकर घायलावस्था में ही भाग निकले| भाइयों से अपनी जान बचाने को सांगा कई वर्षों तक भेष बदल कर रहे और इधर-उधर दिन काटते रहे, इसी क्रम में वे एक घोड़ा खरीदकर श्रीनगर (अजमेर जिले में) के करमचंद परमार की सेवा में जाकर चाकरी करने लगे| इतिहास में प्रसिद्ध है कि एक दिन करमचंद अपने किसी सैनिक अभियान के बाद जंगल में आराम कर रहा था| उसी वक्त सांगा भी एक पेड़ के नीचे अपना घोड़ा बाँध आराम करने लगा और उसे नींद आ गई| सांगा को सोते हुए कुछ देर में उधर से गुजरते हुए कुछ राजपूतों ने देखा कि सांगा सो रहे है और एक सांप उनपर फन तानकर छाया कर रहा है| यह बात उन राजपूतों ने करमचंद को बताई तो उसे बड़ा आश्चर्य हुआ और उसने खुद ने जाकर यह घटना अपनी आँखों से देखी|

इस घटना के बाद करमचंद को सांगा पर सन्देश हुआ कि हो ना हो, यह कोई महापुरुष है या किसी बड़े राज्य का वारिश और उसने गुप्तरूप से रह रहे सांगा से अपना सच्चा परिचय बताने का आग्रह किया| तब सांगा ने उसे बताया कि वह मेवाड़ राणा रायमल के पुत्र है और अपने भाइयों से जान बचाने के लिए गुप्त भेष में दिन काट रहा है|

इसी ऐतिहासिक घटना की कहानी के आधार पर बाद में किसी चित्रकार ने अपनी कल्पना के आधार पर राणा सांगा (Rana Sanga) का पेड़ के नीचे सोते हुए चित्र बनाया जिसमें पेड़ की छाया दूर होने के बाद धुप से सांगा को बचाने हेतु फन उठाया हुआ एक सांप उन पर छाया कर रहा है|

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