
वर्ण-व्यवस्था कि उत्पत्ति और पतन

कुँवरानी निशा कँवर नरुका जैसा कि आदरणीय श्री देवी सिंह जी महार साहब ने "हमारी भूलें" के जरिये यह समझाने का सफ…
कुँवरानी निशा कँवर नरुका जैसा कि आदरणीय श्री देवी सिंह जी महार साहब ने "हमारी भूलें" के जरिये यह समझाने का सफ…
आज हम सब गणतंत्र दिवस की ख़ुशी में झूम रहे है , आज ह ी के दिन दस स ाल पहले गुजरात के भुज मे एक आ…
कुँवरानी निशा कँवर जितनी जातीय वैमनष्यता आज है इतनी ज्ञात इतिहास ,लोक कथाओं और किंवदन्तियो में कही भी देखने को नहीं मिल…
जसवंत दे बूंदी के राव हाडा की पुत्री थी | हाडा वंश की यह राजकुमारी अत्यंत वीर व साहसी महिला थी | जोधपुर के महाराजा जसवं…
कुँवरानी निशा कँवर नरुका यदि कोई व्यक्ति रास्ते में चलते चलते ठोकर खा जाये, और लड़खड़ा कर गिर जाये तो यह एक सामान्य घटना …
मार्च 1672 : आज बादशाह औरंगजेब नारनोल से भाग आई अपनी सेना का मनोबल बढ़ा रहा था पर उसके मुग़ल सैनिक 5000 हजार सतनामी सम्प…
कुँवरानी निशा कँवर नरुका शूद्र शाब्दिक दृष्टि से आशुद्रव शब्द से व्युत्पित है जिसका अर्थ है शीघ्र ही द्रवित यानि पिघल ज…
मीरां मेड़ता के राव दूदा के पुत्र रत्न सिंह की पुत्री थी | बचपन में ही माता का देहांत हो जाने के कारण मीरां का लालन पाल…
कुँवरानी निशा कँवर नरुका धनवान होना या निर्धन होना अपने आप में कोई बुराई नहीं है|किन्तु चूँकि यह युग अर्थ युग है और इसम…
माफ कर दे मुझे में तेरे इश्क में शामिल न हो सका . मै ही अदना रह गया मुझे वो हक़ हासिल न हो सका . उतना प्यासा ना था मै…
आज जाना है की तड़प क्या होती हैं , किसी से बिछड़ने की कसक क्या होती हैं जितना करीब जाना था उसके वो उतना परे खिंच जाता है…