1857 क्रांति की पृष्ठभूमि

सन 1857 की आजादी की लड़ाई भारतीय इतिहास की एक महत्त्वपूर्ण घटना है. सर्वप्रथम अंग्रेजों ने व्यापार के लिए ईस्ट इंडिया क…
सन 1857 की आजादी की लड़ाई भारतीय इतिहास की एक महत्त्वपूर्ण घटना है. सर्वप्रथम अंग्रेजों ने व्यापार के लिए ईस्ट इंडिया क…
4 जून 1857 को झाँसी में क्रांति का प्रारम्भ कर महारानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के अत्याचारों से पीड़ित होकर स्वाधीनता के…
भूमिका संसार में खास तौर से पश्चिमी देशों में स्वतंत्रता की हवा तेजी से बह रही थी. अंग्रेजी भाषा के आगमन व विदेशों से …
राजपूत योद्धाओं की हर कहानी में नैतिक मूल्य छिपे होते हैं | किसी भी योद्धा ने कभी भी युद्ध जीतने या युद्ध में अपना जीवन…
मैं श्री कल्याण राजपूत छात्रावास हूँ | सन 1959 ई. में मेरी स्थापना से लेकर आजतक हर वर्ष सैंकड़ों राजपूत युवा मेरे प्रांग…
बणीरोत राठौड़ों की जागीर रहा पीथीसर गांव चुरू जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर है | अपने आगोस में गौरवशाली इतिहास स…
18 नवम्बर 1962 की सुबह अभी हुई ही नहीं थी, सर्द मौसम में सूर्यदेव अंगडाई लेकर सो रहे थे अभी बिस्तर से बाहर निकलने का …
राजस्थान में चौहान राजवंश की प्राचीन राजधानी संभार के एक राजकुमार लक्ष्मण ने वर्तमान पाली जिले के नाडोल में अपना राज्य …
चंदरबरदाई की रचना पृथ्वीराज रासो में अनंगपाल को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि उसने ही ‘‘लाल-कोट’…
यूँ तो इतिहासकारों की नजर में पृथ्वीराज चौहान के समय की अधिकांश बातें ही विवादास्पद हैं। उनमंे से ही एक है दिल्ली की…
जोधा (राठौड़) कुँवर गोपालसिंह खरवा जन्म समय-राव गोपालसिंह का जन्म चूण्डावत राणी गुलाब कंवरजी के गर्भ से विक्रमी संवत्…
राव गोपालसिंह का व्यक्तित्व बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न था। यद्यपि उन की शिक्षा-दीक्षा उच्चस्तरीय शिक्षण स्तर तक नहीं पहुंच…