
बेचारा बाप

रामलाल सरकारी विभाग में बाबू है अपने विभाग में ही नहीं जिस मुहल्ले में रहते है वहां भी लोग उनकी भलमनसाहित के कायल है, उ…
रामलाल सरकारी विभाग में बाबू है अपने विभाग में ही नहीं जिस मुहल्ले में रहते है वहां भी लोग उनकी भलमनसाहित के कायल है, उ…
२५ अप्रेल १३ : शाम के चार बज रहे थे जोधपुर के कुड़ी भगतासनी हाऊसिंग बोर्ड कालोनी में किरायेदार से अपने खाली मकान की चा…
काटली नदी राजस्थान के सीकर ज़िले के खंडेला की पहाड़ियों से निकलती है। यह एक मौसमी नदी है और तोरावाटी उच्च भूमि पर प्रवा…
बेशक देश के नागरिक भ्रष्टाचार से त्रस्त है आये दिन किसी न किसी के नेतृत्व में देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए आन…
“भाग्य में लिखा छप्पर फाड़ कर मिलता है” पूर्वजों की बनाई यह कहावत एकदम सटीक है ऐसे कई उदाहरण देखने, पढने को मिल जाते है…
पिछले दिनों फेसबुक पर अपने आपको एक पढ़ी-लिखी, आत्म निर्भर, नौकरी करने, अकेले रहने, आजाद, बिंदास व स्वछंद जिंदगी जीने वा…
किसी भी व्यक्ति को दर्द का अहसास तभी होता है जब उसकी खुद की कोहनी पर चोट लगती है, मतलब जो दर्द दूसरा सह रहा है वह उसे स…
हमारा मैट्रो दैनिक स्वाभिमान के मामले में समझौता करने वाले लोगों पर अक्सर लोग व्यंग्य कसते सुने जा सकते है कि- “बनिये क…
चौहान राजपूत वंश की एक शाखा है “निरबाण”, पर जब भी मैं इस वंश की शाखा के व्यक्तियों के नाम के आगे देखता हूँ तो पाता हूँ …
म्हारे मरुधर देश रा प्यारा ढाणी-गाँव । कोरा कोरा मटका रो सोंधो -सोंधो पाणी। गर्मी रा मौसम को कलेवो, छाछ - राबड़ी और ध…
जयपुर : 10 अप्रेल २०१३ को जयपुर के सूचना केंद्र में न्यूज पेपर्स एसोसियशन ऑफ़ इंडिया की राजस्थान इकाई व ह्युमन 4 ह्युमन …
भारतीय समाज में पुरुष प्रधानता शुरू से नारीवादियों के निशाने पर रही है| इस कड़ी में आजकल सोशियल साईटस पर कुछ प्रगतिशील न…
जिस मीडिया, सोशियल मीडिया व युवा शक्ति के समर्थन के दम पर केजरीवाल ने अन्ना के साथ सफल लोकपाल आन्दोलन चलाया और उसी समर्…
Cookies To make this site work properly, we sometimes place small data…
राजस्थान में वर्षा की कमी व सिंचाई के साधनों की कमी की वजह से हरी सब्जियों की पहले बहुत कमी रहती थी वर्षा कालीन समय में…
दिल्ली के जंतर-मंतर पर समाज सेवी अन्ना के पहले लम्बे अनशन पर उमड़े जन सैलाब और फिर सरकार द्वारा झुकते हुए लोकपाल कमेटी ब…
Raja Man Singh, Jodhpur जोधपुर के महाराजा मानसिंह का जन्म माघ शुक्ला ११ वि.स.१८३९, १३ फरवरी सन १७८३ को हुआ था| ये जोधपु…
जंगल में एक गीदडों का जोड़ा रहता था, नर गीदड़ बहुत ही लापरवाह, आलसी, कामचोर व डींगे हांकने वाला था पुरे दिन इधर उधर दोस्त…
पिछले दिनों दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद युवाओं का सड़कों पर दिखा गुस्सा और बलात्कार के लिए कठोर दंड की मांग क…