
प्रतिहार राजवंश की उत्पत्ति : प्रतिहारों को विदेशी मानना : भाग -4

भाग 3 से आगे .... प्रतिहारों को विदेशी मानना पाश्चात्य विद्वानों ने जब अग्निवंश के वर्णन देखें तब उन्होंने यह धारण…
भाग 3 से आगे .... प्रतिहारों को विदेशी मानना पाश्चात्य विद्वानों ने जब अग्निवंश के वर्णन देखें तब उन्होंने यह धारण…
भाग - 2 से आगे ..... प्रतिहार अपने आप को अग्निवंशी मानते हैं , अग्विवंशी होने का क्या तात्पार्य है इसके विषय में मैंने…
भाग -१ से आगे ..... भोज प्रतिहार की ग्वालियर प्रशस्ति : प्रतिहारों की उत्पत्ति के विषय में ग्वालियर में मिली हुई कन्न…
क्षत्रिय राजवंशों में जैसे चौहान (चाहमान) गुहिल, यादव आदि राजवंश अपने मूल पुरुष के नाम से प्रचलित हए हैं। प्रतिहार कु…
पिछले लेख से आगे..... अब हम कुशन (यूची) वंशियों के विषय का कुछ विवेचन करते हैं ये लोग मध्य एशिया के उस प्रदेश से भारत…
पिछले लेख से आगे .... जिस समय मध्य एशिया से शक लोग इस देश में आये उस समय उनके धर्मसंबंधी विचारों एवं उनके साथ यहां वाल…
पिछले भाग से आगे ..... ऊपर हम बतला चुके हैं कि पुराणों के अनुसार चंद्रवंशी राजा द्रुह्य गांधार देश का राजा था। उसके पा…
पिछले भाग से आगे .... पुराणों से पाया जाता हैं —“ इक्ष्वाकुवंशी राजा वृक के पुत्र बाहु (बाहुक) के राज्य पर हैहयों और …
History of Rajputs : राजपूतों की उत्पत्ति को विभिन्न विदेशी व वामपंथी इतिहासकारों ने भ्रम फैलाया है | उनके द्वारा फै…