सूरज बड़गो खाडा म
और दशमूल का काड़ा में
ठरगा भायला जाड़ा म
दुबला को बैरी है यो
क्यूँ कोण कर ठाडा म
ठरगा भायला जाड़ा म
म्हे बच रिया हाँ आडा म
ठरगा भायला जाडा म
कई जिनावर बिल म बडग्या
कई छापलरया ढाँढाँ म
ठरगा भायला जाडा म
लुहार सीसाव गाडा म
ठरगा भायला जाडा म
लेखक : गजेन्द्र सिंह शेखावत
सुंदर अति सुंदर गजेंद्र जी की रचना
जवाब देंहटाएंसटीक शब्दचित्र बनाया है... सर्दी के मौसम का... बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंsaachhi saachhii baat kah dini shekhawatji
जवाब देंहटाएंकड़कड़ाती ठंड कहती पंक्तियाँ
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