सेंसर बोर्ड सदस्य अर्जुन गुप्ता ने यूँ निकाली भंसाली के स्पष्टीकरण की हवा

Gyan Darpan
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हाल में ही फिल पद्मावती को लेकर राजपूत समाज की नाराजगी दूर करने के लिए फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली द्वारा राजपूत सभा जयपुर व महाराज रणधीरसिंह भींडर को इतिहास व रानी के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाने के पत्र लिखने के बावजूद राजपूत समाज उसके वादे पर भरोसा नहीं ने एक वीडियो रिलीज कर पद्मावती पर सफाई देते हुए कहा है कि फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन के बीच कोई रोमांटिक सीन नहीं है। साथ ही भंसाली ने फिल्म में राजपूत मान और मर्यादा का ख्याल रखने की बात भी कही| लेकिन सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस फिल्म से सम्बन्धित चिट्ठी लिखकर भंसाली के स्पष्टीकरण की हवा निकाल दी| देश में मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अर्जुन गुप्ता ने  गृहमंत्री राजनाथ सिंह को लिखी चिट्ठी में भंसाली पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। इस चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि फिल्म निर्माता ने रानी की छवि खराब की है।

करणी सेना से पूर्व में जोधा अकबर सीरियल मामले में एकता कपूर द्वारा सीरियल रोकने का वादा कर नहीं निभाने के बाद राजपूत समाज को फिल्म उद्योग की जबान पर वैसे भी भरोसा नहीं रहा, यही कारण था कि भंसाली द्वारा राजपूत सभा जयपुर व महाराज रणधीरसिंह भींडर को इतिहास व रानी के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचाने के पत्र लिखने के बावजूद राजपूत समाज उसके वादे पर भरोसा नहीं कर पा रहा और फिल्म का देश व्यापी तीव्र विरोध कर रहा है| यही नहीं राजपूत समाज के गुस्से को देख कांग्रेस, भाजपा के कई बड़े नेता व केन्द्रीय मंत्री तक फिल्म के विरोध में बयानबाजी कर चुके है|

यही कारण है कि कल तक फिल्म की रिलीज में किसी तरह अड़चन ना आने देने का बयान देने वाली स्मृति ईरानी भी अपने बयान से पीछे हट गई और अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस में कहा- मुझे इस संदर्भ में कुछ भी नहीं बोलना है. जिस स्टोरी और कहानी के बारे में जाना नहीं, देखा नहीं है और पढ़ा नहीं है, उसके बारे में कुछ भी नहीं कहना चाहती हूं| इस तरह कल तक फिल्म की हिमायत करने वाली स्मृति ने गुजरात चुनावों में राजपूत समाज के गुस्से से डर कर यूटर्न ले लिया| यही नहीं आसन्न चुनावों को देखते हुए कांग्रेस भाजपा जैसे दल भी खुलकर राजपूत समाज के समर्थन में आने लगे|

कुल मिलाकर राजपूत समाज के गुस्से पर ठन्डे छींटे डालने के उद्देश्य से भंसाली द्वारा वीडियो के जरिये दिए स्पष्टीकरण पर सेंसर बोर्ड के सदस्य अर्जुन गुप्ता की चिट्ठी ने पानी फेर दिया| इस चिट्ठी की खबर के बाद राजपूत समाज को आक्रोश बढ़ना तय है और इस चिट्ठी ने बुरे फंसे भंसाली को और ज्यादा मुस्किल में दाल दिया|

आपको बता दें, करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्रसिंह कालवी अपनी तेरह टीमों के साथ गुजरात में इस फिल्म के खिलाफ एक बड़ी रैली की तैयारी कर रहे है, और यदि भाजपा ने फिल्म पर बैन नहीं लगाया तो गुजरात चुनावों में राजपूत मतों का भाजपा से छिटकना तय है|

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