Haldi ki Sabji ki Recipe हल्दी के गुणों के बारे में भारत में कौन नहीं जानता , इसलिए हल्दी के गुणों पर बखान करने के बजाय सीधे कच्ची हल्दी की सब्जी पर आते है | 1991 में जब जोधपुर में रहने का मौका मिला तो सर्दियाँ आते ही वहां होने वाली पार्टियों में खाने में बनने वाली सब्जियों की जगह ने हल्दी की सब्जी ने ले ली | सबसे पहले छगनलाल टेक्सटाइल में हुई एक पार्टी में हल्दी की सब्जी का स्वाद चखने को मिला और पहली बार पता चला कि कच्ची हल्दी की सब्जी भी बनाई जाती है उसके बाद महेशजी खत्री के डिजाइन स्टूडियो में महेश जी खत्री के स्वयं द्वारा बनाई लजीज हल्दी की सब्जी का स्वाद चखा | अब सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका का और बाजार में कच्ची हल्दी की उपलब्धता भी आम हो चुकी है तो सोचा क्यों न आपको भी जोधपुर के महेश जी खत्री द्वारा बताई कच्ची हल्दी की स्वास्थ्यवर्धक और लजीज सब्जी बनाने की विधि बता दी
जाये |
(महेश जी खत्री जोधपुर में एक कपड़ा छपाई कारखाने के मालिक है और उच्च कोटि के टेक्सटाइल डिजाइनर होने के साथ ही पाक कला में भी निपुण है )
हल्दी की सब्जी में प्रयुक्त होने वाली सामग्री -
1-कच्ची (गीली) हल्दी की गांठे 500 gm
2-अदरक 200 gm
3-प्याज 250 gm
4-लहसुन 30 gm
5-टमाटर 500 gm
6-हरी मिर्च
7-दही 750 gm
8-देशी घी 500 gm
मिर्ची पाउडर,नमक,धनिया,जीरा,सौंफ,साबुत गर्म मसाला
हल्दी की सब्जी बनाने के लिए तैयारी-
1-सबसे पहले कच्ची हल्दी की गांठों को छीलकर कस लें (जैसे गाजर का हलवा बनाने के लिए गाजर को कस्तें है) |
2-अदरक को भी छीलकर कस लें और एक बर्तन में रख दें |
3-प्याज को छीलकर गोल कटिंग करें जैसे सलाद के लिए करते है |
4-लहसुन को छीलकर बारीक पीस कर एक कटोरी में रखलें |
5-टमाटर काटें (एक टमाटर के दो या तीन टुकडें ही करें) टमाटर ताजे होने चाहिए पिचके हुए नहीं |
6-हरी मिर्च को चीरा लगाकर उसके अन्दर से बीज निकाल दें व उसके चार टुकड़े कर लें |
जाये |
(महेश जी खत्री जोधपुर में एक कपड़ा छपाई कारखाने के मालिक है और उच्च कोटि के टेक्सटाइल डिजाइनर होने के साथ ही पाक कला में भी निपुण है )
हल्दी की सब्जी में प्रयुक्त होने वाली सामग्री -
1-कच्ची (गीली) हल्दी की गांठे 500 gm
2-अदरक 200 gm
3-प्याज 250 gm
4-लहसुन 30 gm
5-टमाटर 500 gm
6-हरी मिर्च
7-दही 750 gm
8-देशी घी 500 gm
मिर्ची पाउडर,नमक,धनिया,जीरा,सौंफ,साबुत गर्म मसाला
हल्दी की सब्जी बनाने के लिए तैयारी-
1-सबसे पहले कच्ची हल्दी की गांठों को छीलकर कस लें (जैसे गाजर का हलवा बनाने के लिए गाजर को कस्तें है) |
2-अदरक को भी छीलकर कस लें और एक बर्तन में रख दें |
3-प्याज को छीलकर गोल कटिंग करें जैसे सलाद के लिए करते है |
4-लहसुन को छीलकर बारीक पीस कर एक कटोरी में रखलें |
5-टमाटर काटें (एक टमाटर के दो या तीन टुकडें ही करें) टमाटर ताजे होने चाहिए पिचके हुए नहीं |
6-हरी मिर्च को चीरा लगाकर उसके अन्दर से बीज निकाल दें व उसके चार टुकड़े कर लें |
उपरोक्त तैयारी करने के बाद अब सब्जी बनाना शुरू करतें है -
1-कड़ाही में घी गर्म करें व उसमे कसी हुई हल्दी को तब तक तलें जब तक हल्दी का रंग में हल्का भूरापन आ जाए | आंच को मंदा रखें | तलने के बाद तली हल्दी को घी से बाहर निकालकर एक बर्तन में रख दें |
2-अब उसी घी में प्याज भुनें तब तक जब तक प्याज का रंग गुलाबीपन पर आ जाएँ | भूनने के बाद प्याज को निकालकर एक अलग बर्तन में निकाल लें |
3-अब 3/4 किलो दही को एक बर्तन में लें व उसमे अपने स्वाद के हिसाब से मिर्ची पाउडर,धनिया,नमक आदि मसाले डालकर अच्छी तरह फैंट कर मिला लें |(बर्तन सिल्वर या कांसे का प्रयोग करें )|
4-अब एक दुसरे बर्तन (कड़ाही)में जो कांसे या सिल्वर का हो में उपरोक्त तलने के बाद बचे घी को छानकर गर्म करें और गर्म होते ही उसमे सौंफ,अदरक ,गर्म मसाला ,थोडा जीरा ,पीसा हुआ लहसुन,मिर्ची के कटे टुकड़े डालकर फ्राई करें | हल्का फ्राई होने के बाद दही में तैयार किया हुआ मसाला डाले दें | और इसमें उबाल आने के बाद आंच धीमी करके उसे तब तक पकाएं जब तक दही का पानी पूरी तरह से सुख ना जाएँ | पानी सुखते ही इसमें हिलाए जाने वाले चम्मच पर घी की मात्रा दिखाई देने लग जाएगी व दही की जाली बन जाएगी |
5-अब इस मसाले में उपरोक्त तली हुई सामग्री (हल्दी व प्याज) डाल दें व एक उबाल आने दें |
6-पहले उबाल के बाद कटे हुए टमाटर व हरा धनिया डालकर एक बार हिला दें व बर्तन का ढक्कन बंद कर चूल्हे से उतार लें , उतारने के बाद लगभग बीस मिनट तक ढक्कन ना हटायें |
अब आपकी स्वास्थ्यवर्धक स्वादिष्ट हल्दी की सब्जी तैयार है |
चेतावनी - हल्दी की सब्जी में घी की मात्रा अधिक होती है साथ ही ये सर्दियों में बनती है इसलिए सब्जी खाने के तुरंत बाद पानी ना पीयें, वरना गला ख़राब हो सकता है |बहुत ज्यादा प्यास लगने पर गुनगुना पानी पीयें और पानी पीने से पहले एक पापड़ जरुर खाएं |
1-कड़ाही में घी गर्म करें व उसमे कसी हुई हल्दी को तब तक तलें जब तक हल्दी का रंग में हल्का भूरापन आ जाए | आंच को मंदा रखें | तलने के बाद तली हल्दी को घी से बाहर निकालकर एक बर्तन में रख दें |
2-अब उसी घी में प्याज भुनें तब तक जब तक प्याज का रंग गुलाबीपन पर आ जाएँ | भूनने के बाद प्याज को निकालकर एक अलग बर्तन में निकाल लें |
3-अब 3/4 किलो दही को एक बर्तन में लें व उसमे अपने स्वाद के हिसाब से मिर्ची पाउडर,धनिया,नमक आदि मसाले डालकर अच्छी तरह फैंट कर मिला लें |(बर्तन सिल्वर या कांसे का प्रयोग करें )|
4-अब एक दुसरे बर्तन (कड़ाही)में जो कांसे या सिल्वर का हो में उपरोक्त तलने के बाद बचे घी को छानकर गर्म करें और गर्म होते ही उसमे सौंफ,अदरक ,गर्म मसाला ,थोडा जीरा ,पीसा हुआ लहसुन,मिर्ची के कटे टुकड़े डालकर फ्राई करें | हल्का फ्राई होने के बाद दही में तैयार किया हुआ मसाला डाले दें | और इसमें उबाल आने के बाद आंच धीमी करके उसे तब तक पकाएं जब तक दही का पानी पूरी तरह से सुख ना जाएँ | पानी सुखते ही इसमें हिलाए जाने वाले चम्मच पर घी की मात्रा दिखाई देने लग जाएगी व दही की जाली बन जाएगी |
5-अब इस मसाले में उपरोक्त तली हुई सामग्री (हल्दी व प्याज) डाल दें व एक उबाल आने दें |
6-पहले उबाल के बाद कटे हुए टमाटर व हरा धनिया डालकर एक बार हिला दें व बर्तन का ढक्कन बंद कर चूल्हे से उतार लें , उतारने के बाद लगभग बीस मिनट तक ढक्कन ना हटायें |
अब आपकी स्वास्थ्यवर्धक स्वादिष्ट हल्दी की सब्जी तैयार है |
हल्दी की सब्जी खाने का देशी नुस्खा -आमतौर पर हमारे घरों में पतली रोटी बनती है पर हल्दी की सब्जी के साथ खाने के लिए रोटी मोटी बनवाएँ , एक या दो रोटी को थाली में रखकर उसके ऊपर सब्जी डालें व दूसरी रोटी से सब्जी खाएं , थाली में सब्जी के नीचे रखी रोटियां अंत में खाएं |
चेतावनी - हल्दी की सब्जी में घी की मात्रा अधिक होती है साथ ही ये सर्दियों में बनती है इसलिए सब्जी खाने के तुरंत बाद पानी ना पीयें, वरना गला ख़राब हो सकता है |बहुत ज्यादा प्यास लगने पर गुनगुना पानी पीयें और पानी पीने से पहले एक पापड़ जरुर खाएं |
Haldi ki Sabji ki Recipe in Hindi, How make haldi sabji, haldi ki sabji banane ka tarika hindi me
वाह..
जवाब देंहटाएंkya baat h hukum...
जवाब देंहटाएंachchhi jankari.......
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जी, लेकिन हम ने तो आज तक कच्ची हल्दी देखी तक नही, सब्जी की केसे सोचे
जवाब देंहटाएंआभार, मुझे इस हल्दी की सब्जी की विधी की तलाश जी।
जवाब देंहटाएंबहुत ही गहन और विस्तरित जानकारी आपने दी।
रेसिपी पढ़कर ही लग रहा है कि स्वाद लाजवाब होगा ...
जवाब देंहटाएंआभार !
लग रहा है कि अब चखना तो पड़ेगा ही।
जवाब देंहटाएंबहुत ही गहन और विस्तरित जानकारी आपने दी....
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी रेसिपी बताई है | हल्दी गठिया के रोग का बहुत ही अचूक इलाज है | आपने तो इस इलाज के साथ साथ सवाद का तडका भी दे दिया है | आभार |
जवाब देंहटाएंबढ़िया है! बस घी का प्रयोग बहुत है न?
जवाब देंहटाएंha hukum iski sabji bhut acchi lagti h aur chatni bhi jaldi kharab bhi nahi hoti h ....shukriya
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंare bhai nhle pe dahala to yah hai ki saawdhaniya bhi bata di Jai Mata Di Ratan Ji
जवाब देंहटाएंmaja aa gaya hm bhi bana kar test karenge bhaai ji !
जवाब देंहटाएंरतन सिंह जी,
जवाब देंहटाएंआपकी दी रेसीपी के अनुसार हल्दी की सब्जी बनाई भी और खाई भी।
बडी स्वादिष्ट बनी थी, यह तो शाही सब्जी है,लाजवाब!! घर में सभी के मुंह स्वाद चढ कर बोल रहा है। थोडा श्रम अधिक लगता है, पर अब जाडे में तो हर सप्ताह बनेगी।
स्वादिष्ट भी और स्वास्थ्यवर्धक भी!!
आभार इस रेसीपी के लिये।
यह सब्जी तो शाही है . पहली बार इसके बारे में सुना . रेसिपी के लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंmjo ago sa.....
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