पृथ्वीराज काल : दिल्ली की स्थिति
History of Delhi in Hindi सम्राट पृथ्वीराज चौहान कालीन दिल्ली की स्थिति के इतिहास पर प्रकाश डाल रहे है सिंह गर्जना पत्…
History of Delhi in Hindi सम्राट पृथ्वीराज चौहान कालीन दिल्ली की स्थिति के इतिहास पर प्रकाश डाल रहे है सिंह गर्जना पत्…
मेवाड़, महाराणा प्रताप, हल्दीघाटी आदि की बात चलती है तो इस संघर्ष में महाराणा के लिए आर्थिक व्यवस्था करने वाले उनके मंत्…
जब से दिल्ली की औरंगजेब रोड़ का नाम बदल कर पूर्व राष्ट्रपति स्व.अब्दुल कलाम के नाम कर दिया गया, तब से सरकार के इस निर्ण…
सूरापण सु-नसों सकड़, ढील न लागै ढिंग्ग | पीवै नीं वो डगमगै , पीधां बणे अडिग्ग ||११५|| शौर्य का नशा भी बड़ा प्रबल है | ज…
गूद गटककै गोधणयां, हड्ड चटककै स्याल | बूथ बटककै बैरियाँ, मंडै रण मतवाल ||९४|| जब रण के मतवाले शूरवीर क्रुद्ध होकर युद्ध…
सुत गोदी ले धण खड़ी, जौहर झालां जोर | झालां हिड़दे धव जलै, लाली नैणा कोर || जौहर के समय वीर नारी अपने पुत्र को लिए जौहर…
Maharaja Amar Singh and Nabab Abdur Rahim Khankhana Story in Hindi भारतीय इतिहास युद्धों से भरा पड़ा है| जब जब केन्द्री…
नर चंगा निपजै घणा, घणा थान देवात | दिल्ली सामी ढाल ज्यूँ , धरा धींग मेवात ||८८|| जिस मेवात की वीर-भूमि में उत्कृष्ट वीर…
अपनी मातृभूमि शेखावाटी-प्रदेश की स्वतंत्रता की रक्षार्थ 6 जून, 1775 ई. को रेवाड़ी के पास माण्डण नामक स्थान पर शेखावतों…
होतो नह मेवाड़ तौ, होती नह हिन्दवाण | खान्ड़ो कदै न खडकतौ, भारत छिपतो भाण ||८२|| यदि मेवाड़ नहीं होता तो कभी युद्ध भी न…
राजस्थान की वीर प्रसूता भूमि में अनेक ऐसे वीर पुरुषों ने जन्म लिया है जिनके एक हाथ में तलवार रही, तो दूसरे हाथ में कलम|…
रगत बहायौ रोसतां, रंगी धर, फण सेस | दिल्ली-जड़ ढिल्ली करी, मारू मुरधर देस ||७६|| मरुधर देश राजस्थान ने जब क्रोध किया ,त…
डिगीयौ नह गढ़ डीग रो, तोपां ताव पड़ंत | कोरां खांडी नीं हुई, गोरां डिंग गलन्त ||७०|| वीर सूरजमल का शौर्य स्मारक डीग का द…
तीनों पोल्यां देवल्यां, देवल तीन खड़ीह | धव पहली सुत दूसरी, तीजी आप लड़ीह ||६४|| दुर्ग के तीनों द्वारों की देहलियों पर त…