rajasthani poem
मरू -मान
1:49 pm
पील ,मीठी पीमस्यां खोखा, सांगर, बेर | मरु धरा सु जूझता खींप झोझरू कैर || जूझ जूझ इण माटी में बन ग्या कई झुंझा…
पील ,मीठी पीमस्यां खोखा, सांगर, बेर | मरु धरा सु जूझता खींप झोझरू कैर || जूझ जूझ इण माटी में बन ग्या कई झुंझा…
मोदी (Narendra Modi) के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में विकास की बड़ी बड़ी बातें चल रही है| हर देशवासी के दिल में अब पूर…
भारतीय शास्त्रों में रूप, गुण व आदतों के अनुसार महिलाओं को चार श्रेणियों में बांटा है| पद्मिनी, चित्रणी, हस्तिनी व संखि…
गांव में बचपन से ही मोरों (Peacock)को देखा है| सुबह उठते ही मोरों की मधुर आवाज सुनाई देती थी| हवेली से बाहर निकलते ही प…