कुँवरानी निशा कँवर नरुकाएक पुरानी कहावत है कि नाग को पिटारी में बंद कर देने से उसका जहर दूर नहीं होसकता! अर्थात जोर जबरदस्ती से अपनी इच्छाओं का दमन करने से इच्छाएं और अधिक विकराल रूप लेलेती है ,जिन्हें हम कुंठाएं भी कहते है| इसलिए जो मनुष्य अपनी कामनाओं को अपने नैतिक आदर्शों के अनुरूप […]
अभिमान की लोगो ने जितनी निंदा की है, उतनी ही प्रंशसा स्वाभिमान की गयी है !किन्तु इस स्वाभिमान का स्पष्ट चरित्र-चित्रण नहीं होने के कारन अभिमानी लोग स्वाभिमान की ढाल बना कर अपने अहंकार की रक्षा करने का कुत्सित प्रयत्न करते देखे गए है |इसीलिए स्वाभिमानी लोगो का समाज में अभाव और अभिमानी लोगो का […]
आप सब को स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाये .आज हम सब आजादी का ६३ वां जन्मदिन मना रहे है , इन ६३ सालो मे हमने कई सफलता की सीढियाँ चढ़ी है ,जैसे कि आज कच्चे घर बदल गए है पक्के घरो में, बहुत कुछ बदला हैं ,बहुत कुछ .सबसे ज्यादा बदली है हमारे घर […]
आज कल बारिश की वजह से आपको कही भी चीटियों की लम्बी लम्बी कतारे देखने को मिल जाएगी ,मेरे घर की बालकनी मे भी आज कल रोज उनका राज है.कभी कभार रसोई मे भी पहुच जाती है रास्ते मे किसी डब्बे का ढक्कन खुला मिल जाता है तो उसमे से अपनी रसोई के लिए थोडा […]
अभी कुछ दिन पहले गाँव गई थी तो शाम के वक्त घूमते घूमते खेतों की तरफ निकल गई .वापस लौटते समय रास्ते में बहुत धुल उड़ रही थी क्योंकि मेरे साथ लौट रहे थे सारे चरवाहा अपने अपने पशुधन को लेकर और और वो धूल उड रही थी उनके पशुधन के पैरों से, पता है […]
कभी कभी बैठे बैठे यूँ ही मन मे कई ख्याल आते रहते है . अब देखो आज खाना बना रही थी तो सोचा आस पास ही कितनी चीजे है जो सोचने को और समझने को मजबूर कर दे ,अगर हम सोचें तो ..पर अब सब मेरे जैसे निक्कमे और खाली तो है नहीं जो इतना […]