सरकारी अधिकारीयों से बातचीत में सूचना के अधिकार अधिनियम (RTI) के माध्यम से सूचना प्राप्त करने की चर्चा चलती है तो ज्यादातर अधिकारी इस कार्य को नकारात्मक बताते हुये RTI कार्यकर्ताओं को ब्लेकमेलर तक की संज्ञा दे देते है| जबाब में जब उनसे पूछा जाता है कि ईमानदारी से कार्य करने वाले किसी भी सरकारी […]
Sushil SinghEditor- Haryana Prabhat Times सूचना के अधिकार अधिनियम के दस पूरे होने पर इस अधिनियम पर विचार व्यक्त कर रहे है फरीदाबाद, हरियाणा से प्रकाशित होने वाले हिंदी समाचार पत्र “हरियाणा प्रभात टाइम्स” के संपादक श्री सुशील सिंह सूचना का अधिकार कानून RTI भारतवासियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना गया है। सरकारी कामकाज […]
यह RTI सूचना का अधिकार अधिनियम Right to Information की ताकत का ही नतीजा है कि फर्जी डिग्री से वकालत करने का आरोप झेल रहे दिल्ली के कानून मंत्री आज पुलिस हिरासत में है, वहीं कई केन्द्रीय मंत्रियों तक की डिग्री की RTI के माध्यम से पोल खुलने के चलते वे बचाव की मुद्रा में […]
भ्रष्टाचार, सरकारी कर्मचारियों द्वारा काम में लापरवाही, घटिया सार्वजनिक निर्माण, योजनाओं का समय पर पूरा ना होना आदि कोई भी समस्या हो, हम सरकार व लोगों को कोस कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते है। समस्याएँ अपनी जगह वैसे से खड़ी रहती है, जैसे पहले थी। लेकिन क्या कभी हमनें मन में सोचा है […]
फरवरी के प्रथम सप्ताह में ही किसी कार्यवश पंचायत समिति, दांतारामगढ जाना हुआ. पंचायत समिति के दफ्तर में चर्चाएँ चल रही थी कि विकास अधिकारी के कार्यालय की छत टूट गई है और गनीमत है अधिकारी उस वक्त वहां मौजूद नहीं थे, यदि वे वहां होते तो उनकी जान जा सकती थी. मैंने भी उस […]
ज्ञान दर्पण पर आपने हाल ही में एक कहानी पढ़ी होगी – “एक छोटा सा विचार जीवन बदल देता है|” यही बार रविवार को रामनगर, सोढाला, जयपुर में आयोजित एक संस्कार निर्माण शिविर को संबोधित करते हुए आधुनिक विश्वामित्र व महान क्षत्रिय चिंतक आदरणीय देवीसिंह जी, महार ने बताई कि एक छोटा सा विचार जिन्दगी […]
हम अपने आपको देश के बहुत बड़े जागरूक नागरिक मानते है पर क्या हम वाकई जागरूक नागरिक है? यदि हम प्राचीन काल से नजर डालेंगे और इतिहास का विश्लेषण करेंगे तो पायेंगे कि हम यानी इस देश के नागरिक ना पहले जागरूक थे, ना आज जागरूक है| यदि इस देश की आम जनता जागरूक होती […]
फेसबुक पर अक्सर मित्र पूछते है कि सूचना के अधिकार के द्वारा सूचना कैसे प्राप्त की जाये, कैसे आवेदन किसको भेजा जाए आदि आदि| अत: आज हम इसीइसी प्रश्न पर चर्चा करेंगे कि इस कानून का इस्तेमाल करते हुए आरटीआई के माध्यम में कैसे किसी विभाग से सूचना मांगी जाय – किसी भी विभाग से […]
केंद्र व राज्य सरकारें जनहित में विभिन्न योजनाएं चलाती है, पर सरकारी दफ्तरों में अधिकारीयों व बाबुओं की निष्क्रियता, लापरवाही, कामचोरी के चलते इनमें से बहुत सी योजनाएं फाइलों में दबकर पड़ी रह जाती है, या फिर अधिकारी व कर्मचारी मिलीभगत कर कागजों में उन योजनाओं को पूरी कर बजट डकार जाते है| कई जनहित […]
भारत में सरकारें योजना बनाती है, जिम्मेदार और ईमानदारी अधिकारी जनहित में निर्णय लेते हुए अपने अधीनस्थों को काम करने हेतु निर्देश देते है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि सरकारी विभागों में बैठे अधिकारी, बाबू हरामखोरी करते हुए उन निर्देशों का पालन नहीं करते और जनता दुखी होती है| ऐसा ही एक जनहित व […]