राजस्थानी भाषा के मूर्धन्य साहित्यकार श्री सौभाग्यसिंह जी शेखावत की कलम से………….. भारत री जनपद संस्क्रति त्यूंवारां रै ओळी-दोळी घूमर घालती लखावै। अै त्यूंहार किणी पुराण कथा प्रसंग, इतिहास नायक, अवतार रै जनम, ब्याव-उछाव अर लोकदेवता रै अलौकिक चमत्कारी परचां नै जनता रै खातर जूझणियां री याद नै याद राखण तांई सईकां सूं मनाया जाता […]
A Hindi Story on Veer Shiromanhi Durgadas Rathore By lt.Kr.Ayuvan Singh Shekhawat, Hudeel “शायद आश्विन के नौरात्र थे वे । पिताजी घर के सामने के कच्चे चबूतरे पर शस्त्रों को फैला कर बैठे हुए थे । उनके हाथ में चाँदी के मूठ की एक तलवार थी जिस पर वे घी मल रहे थे । माताजी […]
देश की राजधानी दिल्ली के आयानगर खेल परिसर में शनिवार शाम आठ बजे से देर रात तक रामगढ शेखावाटी से आये राजस्थानी कलाकारों ने होली गीतों पर थिरकते हुए शमा बांधे रखी| कार्यक्रम का आयोजन राजस्थानी संस्कृति परिषद, आयानगर दिल्ली द्वारा किया गया| इस अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाले सैकड़ों परिवारों के […]