आमेर के इतिहास प्रसिद्ध राजा मानसिंह सनातन धर्म के अनन्य उपासक थे. वे सनातन धर्म के सभी देवी और देवताओं के भक्त थे व स्वधर्म में प्रचलित सभी सम्प्रदायों का समान रूप से आदर करते थे| उनकी धार्मिक आस्था पर भले ही समय समय पर किसी सम्प्रदाय विशेष का प्रभाव रहा हो, पर वे हमेशा […]
किसी भी राजा या धर्म की ध्वजा उनके वर्चस्व, प्रतिष्ठा, बल और इष्टदेव का प्रतीक होता है। हर राजा, देश या धर्म की अपनी अपनी अलग अलग रंग की ध्वजा (झण्डा) होती है। सनातन धर्म के मंदिरों में भगवा व पंचरंगा ध्वज लहराते नजर आते है। भगवा रंग सनातन धर्म के साथ वैदिक काल से […]
Raja Mansingh,Amer History in Hindi, Raja Mansingh of Amer ये लाल किले ये मोती मस्जिद हाय-हाय क्या सुना रही। काबुल में जाकर के देखो कबरें अब भी सिसक रही।। लेखक : छाजू सिंह, बड़नगर राजा मानसिंह आमेर के राजा भगवन्तदास कछावा के बड़े पुत्र थे। इनका जन्म वि.सं. 1607 पोष बदि 13 (ई.स. 1550 दिसम्बर […]
मध्यप्रदेश के एक राजा नल-दमयंती का पुत्र ढोला जिसे इतिहास में साल्ह्कुमार के नाम से भी जाना जाता है का विवाह राजस्थान के जांगलू राज्य के पूंगल नामक ठिकाने की राजकुमारी मारवणी से हुआ था| जो राजस्थान के साहित्य में ढोला-मारू के नाम से प्रख्यात प्रेमगाथाओं के नायक है| इसी ढोला के पुत्र लक्ष्मण का […]
राजा पज्ज्वनराय आमेरराजा जान्हाड्देव के बाद उनके वीर पुत्र पज्ज्वनराय आमेर के राजा बने !१३वि सदी में होने वाले कछवाह राजाओं में वे सबसे महत्वपूर्ण थे !वे महान योधा,दक्ष सेन्ये संचालक,अनेक युधों के विजेता व सम्राट प्रथ्विराज के सम्मानिये सम्बन्धी व सेनापति थे !संयोगिता हरण के समय प्रथ्विराज का पीछा करती हुयी गहड्वालों की विशाल […]