भारतवर्ष की धरा पर क्षत्रिय माताओं ने ऐसे शूरमाओं को अपनी कोख से समय-समय जन्म दिया है जिनमें सिंह शावक के समान निडरता, हाथी जैसे विशालकाय पशु के मस्तक पर आरुढ़ होकर उसके कपोलों को घायल कर रुधिराप्लवित करने की अपार बहादुरी एवं अपने तेज, बल, साहस, शक्ति से दुश्मन भी कांप उठते है अथवा […]
वर्ष १९८५ के लगभग लोसल कस्बे में भाजपा की एक सभा थी जिसे संबोधित करने के लिए भाजपा के एक बड़े नेता ललित किशोर चतुर्वेदी को आना था, सभा शुरू हो चुकी है थी और स्थानीय सभी नेता मंच से अपनी अपनी बात जनता के सामने रख चुके थे तभी दूरभाष पर आयोजकों को सूचना […]
भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता व शेरे राजस्थान पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरों सिंह जी शेखावत के दोहिते अभिमन्यु सिंह राजवी का जन्म 24 फरवरी 1991 को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में हुआ| आपकी माता का नाम रतन कँवर है जो पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोंसिंह जी की इकलौती पुत्री है| आपके पिता का नाम […]
—हिन्दी साहित्य के लेखक कौशल किशोर रिछारिया की कलम से——– सूखी रोटी -दीपक की रोशनी से दिखाया प्रगति का मार्ग कर्म को द्वारा भाग्य को बदलने में संतोष गंगेले ने मेहनत का लिया सहारा बुन्देलखण्ड की धरती का अपना एक इतिहास है, भारत भूमि के मध्य बुन्देलखण्ड राज्य की मांग भी अपनी चरम सीमा पर […]
डा.लक्ष्मण सिंह जी राठौड़ से अक्सर सामाजिक चिंतन बैठकों में मिलना हो जाता है| मेरे सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं से वे अपने आवास पर नियमित रूप से मिलते रहते है इन बैठकों में आप सामान विचारधारा रखने वाले विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग व्यक्तिगत रूप से सामाजिक कार्य करने वाले लोगों को आपसी तालमेल कर मिलजुल […]
कुंवर आयुवानसिंह शेखावत नागौर जिले के हुडील गांव में ठाकुर पहपसिंह शेखावत के ज्येष्ठ पुत्र थे आपका जन्म १७ अक्टूबर १९२० ई.को अपने ननिहाल पाल्यास गांव में हुआ था|आपका परिवार एक साधारण राजपूत परिवार था|आपका विवाह बहुत कम उम्र में ही जब आपने आठवीं उत्तीर्ण की तभी कर दिया| शिक्षा व अध्यापन कार्य :- राजस्थान के […]
लक्ष्मीकुमारी चुण्डावत का जन्म तत्कालीन उदयपुर राज्य (मेवाड़) के देवगढ ठिकाने में दिनांक २४ जून १९१६ (वि.स.१९७३ आषाढ़ शुक्ल ९ ) को हुआ था | आपके पिताजी का नाम रावत विजयसिंह जी व दादा का नाम रावत किशनसिंह जी था | आपकी माता रानी नन्दकुंवर मेवाड़ के झाला कुल में देलवाड़ा के राजराणा जालमसिंह जी […]
झाझड ग्राम के प्रथम वीर प्रतापी नर-रत्न ठा.श्री पृथ्वीसिंह शेखावत के कुल में जन्मे (दिनांक 23 दिसम्बर,1910) श्री सुरजनसिंह ने बाल्यकाल से ही अपने धर्मनिष्ठ पिताश्री ठा.गाढसिंहजी के श्री चरणों में बैठकर गीता पढना सिखा | आपकी रूचि आध्यात्म-चिंतन से जुड़ गयी और वह अध्यावधि जुडी हुई है | आनन्दाभूति के लिए यही आत्म-चिंतन आपका […]
मानव जीवन में जिन लोगों ने समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना सर्वस्व समर्पित किया ऐसे बिरले पुरुषों का नाम ही इतिहास या लोगो के मन में अमर रहता है | सूरमाओं,सतियों,और संतो की भूमि राजस्थान में एक ऐसे ही क्रांतिकारी,त्यागी और विलक्षण पुरुष हुए कवि केसरी सिंह बारहट kesri Singh Barhat| जिनका जन्म […]
२८ अप्रैल २००९ को पुत्र की शादी में नए ब्लोगर मित्र नरेश जी के अलावा पुराने व अभिन्न मित्र रविन्द्र जी जाजू भीलवाडा से, भवानी सिंह जी (डूकिया),लक्ष्मण सिंह जी (कुकन्वाली),भंवर सिंह जी ( थाणु ) ,सतेन्द्र जी राठी (बिजनोर,उ.प्र.),महिपाल जी (बलोदा),जीतेन्द्र जी (घनाऊ) ,भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह जी (सरवडी),मनोहर सिंह जी (झुनकाबास) आदि शरीक […]