आज सुबह ही हिंदी अख़बार “हिदुस्तान” में दिल्ली की मेट्रो रेल के सीसीटीवी कैमरों से बने अश्लील फूटेज के एमएमएस बना उन्हें पोर्न साइट्स पर अपलोड करने की खबर की पढ़ते ही दिल्ली मेट्रो रेल में यात्रा के दौरान देखी बेशर्म कथित आधुनिकता का ढोंग रचने वाले युवाओं व युवतियों द्वारा अक्सर की जाने वाली अश्लील हरकतें मानस पटल पर चलचित्र की भांति चलने लगी और मेट्रो रेल में यात्रा के दौरान देखे ऐसे दृश्य एक के बाद एक मानसपटल पर उभरने| खैर…
खबर में मेट्रो के सीसीटीवी से बने फूटेज से अश्लील फूटेज ले उनके एमएमएस बना पोर्न साइट्स पर अपलोड करने के बारे में चिंता जाहिर करते हुए संभावना व्यक्त की गई कि ये फूटेज सीआईएसऍफ़ और मेट्रो के पास होते है अत: दोनों में से किसी प्रतिष्ठान के कर्मचारी की मिलीभगत से ही ऐसा हुआ होगा|
अब तक इस तरह के कृत्यों के बारे में अक्सर होटल्स व परिधान शोरुम के कर्मचारियों के बारे में ही ख़बरें पढने को मिलती थी कि कैसे वे ख़ुफ़िया कैमरे लगा होटल के कमरों में रुकने वाले जोड़ों का व परिधान शोरुम के ट्राइल रूम में परिधानों की ट्राइल करती युवतियों के एमएमएस बना उनका दुरूपयोग करते है पर मेट्रो रेल जैसे प्रतिष्ठान व उससे जुड़े सीआईएसऍफ़ जैसे सुरक्षा बल के कारिंदों द्वारा ऐसी हरकत पहली बार सामने आई है अत: देश के ऐसे प्रतिष्ठित व जिम्मेदार प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों की मिलीभगत से हुए इस तरह के कृत्य निंदनीय तो है ही, साथ कर्तव्यहीनता भी है| इसकी समग्र जाँच करवा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए|
लेकिन इस मामले का एक दूसरा पक्ष भी है जैसा कि मैंने ऊपर कहा कि मेट्रो रेल यात्रा के दौरान बेशर्म कथित आधुनिकता का ढोंग रचने वाले युवाओं व युवतियों की ऐसी अश्लील हरकतें कई बार मैंने खुद देखी है, इतनी भीड़ में बेशर्म होकर ऐसी अश्लील हरकत करने वालों को पता भी होता है कि मेट्रो रेल में कैमरे लगे है, मेट्रो रेल खुद थोड़ी थोड़ी देर में सीसीटीवी कैमरों से हर हरकत रिकार्ड करने की उद्घोषणा भी अपने परिसर सहित रेल डिब्बों में करती रहती है, फिर भी ये कथित आधुनिक और बेशर्म युवा ऐसी हरकत करने से बाज नहीं आते, साथ यात्रा कर रहे लोग भी टोकने पर खुद पर छेड़छाड़ व घूरने के आरोप के डर के मारे इनकी बेशर्म अश्लील हरकतों को नजरअंदाज कर मुंह फेरना ही उचित समझते है|
जब सार्वजनिक स्थान पर इन पढ़े लिखे जोड़ों को पता है कि ऐसी अश्लील हरकतें कैमरों में रिकार्ड हो रही है, पास खड़ा कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल से उनका एमएमएस बना उसे पोर्न साइट्स पर अपलोड कर सकता है फिर भी वे बैखोफ होकर खुलेआम अश्लील हरकतें कर नंगई पर उतारू है, जो खुद बिना किसी को पोर्न साइट्स पर जाए खुलेआम पोर्न दिखाने पर उतारूँ हो तो ऐसे लोगों के अश्लील एमएमएस यदि पोर्न साइट्स पर कोई भी अपलोड करे और फैलाये तो कैसा अफ़सोस ? और जिनके एमएमएस पोर्न साइट्स पर फ़ैल चुके है उनके साथ कैसी हमदर्दी ?
मेरी नजर में जिन्होंने सार्वजनिक जगहों पर ऐसी हरकतें की है, उन्हें उनके किये का फल इस रूप में मिल गया| अत: मुझे इन एमएमएस पीड़ितों से कोई हमदर्दी नहीं|
28 Responses to "मेट्रो कैमरों के अश्लील एमएमएस पोर्न साइट्स पर : अपना किया भुगत रहे है !"