कंप्यूटर एम्पायर व कोस्ट टू कोस्ट कंप्यूटर जैसी कुछ दुकाने तो ऐसी है जहाँ खरीददारों का मेला लगा रहता है इन दुकानों पर अच्छी गुणवत्ता वाले कंप्यूटर उत्पादों की उपलब्धता के साथ इनका एक निर्धारित मूल्य रखने के कारण ये दुकाने खरीददारों की भीड़ से खचाखच भरी रहती है | यहाँ के सभी कंप्यूटर विक्रेता कंप्यूटर असेम्बल करने की सुविधा भी अपने ग्राहकों को देते है |
नए कम्प्यूटरों के साथ ही नेहरु प्लेस स्थित इस बाजार में पुराने कम्पूटरों की दुकाने भी बहुतायत में है जिन पर Dell , IBM , Compaq , HP , Samsang ,HCL आदि विभिन्न कम्पनियों के ब्रांडेड पुराने P-III ,P-IV कंप्यूटर बहुतायत में थोक व खुदरा मूल्य में उपलब्ध है | जिनका मूल्य कंफिगरेशन के हिसाब से बदलता रहता है आमतौर पर 40 GB Hard Disk , 256 DDR-1 Ram , CD Roam , व 1.5 से 1.8 गीगा प्रोसेसर वाला ब्रांडेड पुराना P-IV सी पी यु 4000/-रु. से 4500/-रु. के बीच मिल जाता है 15″ व 17″ क्रीम कलर बॉडी वाला मोनीटर क्रमश: 1500/- व 1700/- रु. में व ब्लैक कलर बॉडी का मोनीटर 1700/- 1800/- रु. में मिल जाता है |यही नहीं ये पुराने कंप्यूटर इतने अच्छे होते है कि खरीददार को इसमें कभी कोई दिक्कत नहीं आती |पिछले एक साल में मै अपने कई मित्रों को यहाँ से 20 के लगभग पुराने कंप्यूटर खरीदवा चूका अभी तक किसी को भी इनसे कोई दिक्कत नहीं आई |
चलो भाई कभी दिल्ली आयेंगे तो नेहरु प्लेस का दिल्ली बाज़ार भी देख लेंगे |
बढिया जानकारी….
वैसे कम्प्यूटर की एक अन्य मार्किट हमारे यहाँ वज़ीरपुर(अशोक विहार और शालीमार बाग के नज़दीक) भी है…यहाँ भी नए व पुराने सभी तरह के कम्प्यूटर मिल जाते हैँ
पायरेटेड साफ़्टवेयर? हम्म! वैसे इन्हे बाजार से खरीदना फ़िर भी महंगा है क्योंकि इंटरनेट पर तो ये मुफ़्त मिलते हैं. हां आपके पास ब्राडबैंड हो तो विंडोज एक्सपी क्या विस्टा और सेवेन सब डाउनलोड हो जाता है.
मुझे तो बहुत कन्फुजन होता है.. पता ही नहीं चलता कौन सही है और कौन फ्राड़… वैसे "कंप्यूटर एम्पायर व कोस्ट टू कोस्ट कंप्यूटर" ये कहाँ है..
नेहरु प्लेस में देश का सबसे बड़ा कंप्यूटर बाजार ही नहीं है यह खाने -पिने का भी बड़ा बाजार है ……इस पर भी कुछ रोशनी डालिएगा ………रतन सिंह जी ….
बहुत बढिया जानकारी दी आपने.
रामराम.
ना बाबा ना , एक बार हम ने यहां से कुछ हजार कि फ़िल्मे खरीदी थी एक नही चली….
फ़िर नकली माल खरीद कर ही प्रयोग मै लाना है तो जो प्रोगाम चाहो आप उसे डाऊन लोड कर लो, अकुर गुप्ता की बात सही है.
धन्यवाद इस सुंदर जान्कारी देने के लिये.
– सीडी की बात तो नहीं कह सकता क्योंकि कभी खरीदी नहीं . हाँ दोस्त लोग वहीँ से लाते हैं . लेप्तो वहीँ से ख़रीदा है और अच्छा चल रहा है . बाज़ार से कम कीमत पर मिल जाती है और कुछ न कुछ ऑफर भी रहताहै
बड़ा सस्ता है। पर पहचान होनी चाहिये चीज की।
हम तो जेनुइन विस्टा ले कर देर तक भजन करते हैं पूरी तरह सिस्टम गरमाने की! 🙂
रतन सा मैं 2005 में दिल्ली गया था। ऐसे पांच छह बाजारों को टटोला, एक दिन पूरा बिताया। दलालों से दलाल बनकर मिला। एक स्टोरी कर रहा था, जिसमें स्क्रैप में विदेशों से हमारे बंदरगाहों पर बल्क में आने वाले कंप्यूटर और उससे जुड़े बाजार की दलाली का सिस्टम उजागर किया था। यह रविवारीय के प्रथम पृष्ठ पर पूरा पेज की कवरेज हुई थी। मुझे यहां एक दलाल लगभग छह रुपए में मिलने वाल ब्लूटूथ, दस रुपए किलोग्राम में देने को तैयार हो गया था। सबूत हमेशा होना चाहिए, मैं एक किलो खरीद भी लाया था। उसमें पांच-सात सौ ब्लूटूथ कैप्सूल थे।
यहीं पर मुझे एक लैप्टॉप 1200 रुपए में बेचने वाला भी मिला। जिसका जिक्र मंैने अपनी स्टोरी में किया था। उसे ब्लॉग पर नहीं लगा पाया हंू, क्योंकि उसकी पीडिएफ नहीं मिल पाई। अच्छा लगा इसे पढ़कर, वो यादें ताजा हो गई।
ब्लूटूथ छह सौ का है, छह प्रकाशित हो गया।
आज तक दिल्ली के नेहरू पैलेस मे जाने का मौका नही मिला है ,इसके बारे मे बहुत सुन रखा है कभी समय मिला तो जरूर जायेंगे ।