30.3 C
Rajasthan
Wednesday, June 7, 2023

Buy now

spot_img

कैसे कैसे विज्ञापन

आज फेसबुक पर विचरण करते हुए एक मित्र के फेसबुक एल्बम में एक विज्ञापन पट्ट का चित्र मिला जो यहाँ प्रस्तुत है
आप भी इस विज्ञापन पट्ट को देखिये और सोचिये इसकी भाषा के बारें में

मेरी शेखावाटी: ब्लोगिंग के दुश्मन चार इनसे बचना मुश्किल यार
ताऊ डाट इन: "नाचै कुदै बान्दरी और खीर मदारी खाय"

Related Articles

21 COMMENTS

  1. वाह वाह जी खुब स्पीकना स्पीको एक दिन यह मुई अग्रेजी अपना मुंह काला कर के खुद ही स्पीकना भुल जायेगी, जो बच्चे यहां से स्पीकना स्पीकेगे, ओर ऎम बी ऎ करेगे वो भी तर जायेगे. बहुत सुंदर, यह फ़ोटू मै मेल से अपने अन्य दोस्तो को भी भेज रहा हुं

  2. हिंदी+अंग्रेजी =हिन्गलिस
    ये भाई साहब तो हिन्गलिस सिखायेंगे 🙂

  3. 🙂 🙂 …बहुत अजीब लगता है भाषा का ऐसा रूप देख कर ..पर सच है कि आज आम बोलचाल में बहुत से शब्द ऐसे ही बोले जाते हैं ..अंग्रेजी का हिन्दीकरण कुछ यूँ हो रहा है….

    टीचरों ,..लाईनों ….लाईटें ….

    अक्सर अंग्रेजी के शब्द में बहुवचन हिंदी का लगा कर बात कि जाति है….बहुत अखरता है ….

  4. हम भी एक बार स्पीकने सीखने गये थे।
    एक दिन रास्ते में एक कुतिया पडी सो रही थी। हम कह बैठे:
    सलीपले सलीपले डोगणी, तेरे मस्ती के डेज आ रे सैं।

  5. हा हा हा।
    ऐसे ही हमारे ऑफ़िस में एक अधिकारी थे जो अमृतसर से संबंध रखते थे। रोज शाम को जाकर उन्हें इतना पूछते थे कि सर, आज का दिन कैसे बीता और वो तफ़सील से बताया करते, "आज सतारा लैटरां लिखियाँ" अपने पल्ले न पड़ा कभी कि ’लैटरां’ कौन कौन सी भाषा का कॉकटेल है।

  6. रोचक विज्ञापन दिखाया है आपने | अब इनको तो फ़ोकट में पब्लिसिटी मिल ही गयी | हो सकता है शायद इसी लिए लिखा गया होगा | सबका ध्यान इधर ही चला जाए |

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Stay Connected

0FansLike
3,803FollowersFollow
20,800SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles