हिंदी ब्लॉग जगत में अपने अनोखे हास्य व्यंग्य व मजेदार लेखन के लिए प्रसिद्ध ब्लॉग “ताऊ डॉट इन” के लेखक ताऊ शुरू से ही हिंदी ब्लॉग जगत के लिये पहेली रहें है कि – आखिर ये ताऊ है कौन ?
हिंदी ब्लॉग जगत के लगभग सभी सक्रीय ब्लॉगर्स को ताऊ के बारे में जानने की हमेशा जिज्ञासा रही है कि कौन है ताऊ ? कैसा दिखता होगा ताऊ ? क्योंकि आज तक किसी ने ताऊ की फोटो तक नहीं देखी, बस ब्लॉग प्रोफाइल पर मनुष्य शरीरधारी बंदर की पगड़ी पहने फोटो लगी है और ताऊ दावा भी करता है कि यह फोटो उसकी ही है पर ब्लॉगर्स है कि मानने को ही तैयार नहीं कि ये बंदर के मुंह वाली फोटो ताऊ की हो सकती है| यदि ताऊ की इस फोटो और यह फोटो अपनी होने के ताऊ के दावे के बारे में अमेरिका वालों को पता चल जाये तो वे ताऊ पर शोध कार्य शुरू करदें|
खैर…अमेरिका ताऊ पर शोध करे या ना करे, हिंदी ब्लॉग जगत के कई वरिष्ट ब्लॉग लेखकों यथा समीरलाल “समीर” ने ताऊ कौन है आखिर?? , सतीश सक्सेना ने ब्लाग जगत की बेहतरीन सख्शियत – ताऊ रामपुरिया , अरविंद मिश्र ने मेरे प्यारे ताऊ ! एवम ताऊ के शोले में टंकी का सीन,
ज्ञानदत्त पांडे ने यह ताऊ कौन है?,
डा.टी. एस. दराल , ने ताऊगिरी का इस्तेमाल करते हुये जिंदगी के तनाव घटायें,
ब्लॉग लेखिका सुमन जी ने ताऊ डाट इन,
अमित ने ताऊ ताऊ ताऊ ताऊ… और केवल ताऊ
आदि कई ब्लॉग लेखकों ने ताऊ कौन ? पर जरुर शोध करने की कोशिशें की व अपने अपने ब्लॉगस पर शोध पोस्टें भी लिखी|
अन्य ब्लॉग लेखकों की देखा देखी खुद ताऊ ने भी बहती गंगा में हाथ धोने वाली स्टाइल में “ताऊ कौन ?” पहेली सुलझाने की कोशिश करते हुए समय समय पर कई शोध पोस्टें लिखी फिर भी ताऊ कौन पहेली कभी सुलझी नहीं, उल्टा उलझती ही गयी| लोग मानने को तैयार ही नहीं कि कोई एक व्यक्ति आखिर इतनी विधाओं पर हर बार अलग-अलग शैली में कैसे लिख सकता है ? कई ब्लॉग लेखकों ने आशंका जताई कि हो सकता है ताऊ नाम की कई व्यक्तियों की कोई टीम हो जो मिलजुल कर लिखती हो|
खैर…ब्लॉग जगत तो इस पहेली में उलझा ही था, पर लोगों की फोटो देखकर उसे तपाक से पहचानने वाली फेसबुक भी कुछ दिन पहले “ताऊ कौन ?” पहेली में उलझी दिखी|
हुआ ये कि पिछले दिनों हमारा मेट्रो राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्र में ताऊ ब्लॉग के बारे में छपा एक लेख मैंने ज्ञान दर्पण.कॉम पर लिखा जिसमें ताऊ के फोटो के साथ डा.दराल का फोटो सहित जिक्र था| जब इस लेख का लिंक मैंने फेसबुक वाल पर लगाया तो फेसबुक ने पोस्ट में लगी फोटो से डा.दराल की फोटो को ताऊ की फोटो समझ झटक लिया और लिंक के साथ चस्पा कर दिया| मैंने कई बार लिंक लगाकर देखने की कोशिश की पर हर बार फेसबुक डा.दराल को ताऊ समझ उनकी ही फोटो चस्पा करने में लगी रही|
आखिर हमनें भी मान लिया कि लगता है हिंदी ब्लॉग जगत की तरह फेसबुक भी ताऊ की ताऊगिरी को लेकर कन्फ्यूजिया गयी और डा. दराल को ही ताऊ समझने लगी|
जो भी हो दोनों में से एक बात तो है कि- या तो फेसबुक ताऊ को लेकर कन्फ्यूजिया गयी या फिर डा. दराल ही ताऊ है 🙂
ये तो ठीक वैसी ही बात हुई जैसे- एक गांव में हाथी को न पहचानने के बाद बुझागर ने हाथी के बारे में गांव वालों को बताया- कै तो चाँद रो चंद्रोलियो हुसी या बैतो (चलता हुआ) सुरजी तूय ग्यो हुसी|
10 Responses to "ताऊ कौन ? पहेली में उलझी फेसबुक"