राजस्थान के सबसे ज्यादा लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे, पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. श्री भैरोंसिंह शेखावत, जो राजस्थान में जन मानस में बाबोसा के नाम से प्रसिद्ध है, की 94 वीं जयन्ती के अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा| स्व. श्री भैरोंसिंह शेखावत के दोहिते और युवा भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी के अनुसार 23 अक्टूबर 2017 को सायं 5 से 6 के मध्य विद्याधरनगर स्टेडियम के पास उनकी समाधी स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन होगा| इस आयोजन में राजवी ने सोशियल मीडिया के माध्यम से आप सभी से उपस्थित होने का आग्रह किया है|
देश के पूर्व उपराष्ट्रपति स्व.श्री भैरोंसिंह शेखावत का जन्म राजपुताना में शेखावाटी जनपद के खाचरियाबास ठिकाने के एक साधारण राजपूत कृषक परिवार में 23 अक्तूबर 1923 धनतेरस के दिन श्री देवीसिंह शेखावत की धर्मपत्नी श्रीमती बन्ने कँवर की कोख से हुआ था| वे अपने चार भाइयों व चार बहनों में ज्येष्ठ थे| भैरोंसिंह जी की माता चुरू जिले के “सहनाली बड़ी” गांव की थी|
स्व.भैरोंसिंह जी के पिता देवीसिंह जी रूढ़ीवाद विरोधी व सामाजिक समता के पक्षधर व अनुशासन प्रिय थे यही गुण भैरों सिंह जी को विरासत में मिले| भैरोंसिंह जी ने अपने मुख्यमंत्री काल में प्रदेश के विकास व गरीब को रोजगार देने के लिए अन्त्योदय योजना चलाई जो विश्व के कई राजनेताओं द्वारा सराही गई| उन्हीं के काल में गांव में बिजली की व्यवस्था की गई जिससे प्रदेश में कृषि उत्पाद बढे और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरी| राजस्थान की गौरवशाली धरोहर जो रख रखाव की कमी से उपेक्षित थी, आपने उसे बचाने के लिए हैरिटेज होटल्स बनाने का विचार कर सुविधाएँ दी, नतीजा एक और प्रदेश की गौरवशाली धरोहर का संरक्षण हुआ, दूसरी और प्रदेश में पर्यटन का विकास हुआ और लोगों को रोजगार मिला|
आपने अपने कार्यकाल में हर वर्ग का ध्यान रखा और उसी अनुरूप विकास की योजनाएं बनाई| यही कारण है आज भी राजस्थान के लोग आपको दिल से याद करते है| आपके सरल स्वभाव व मिलनसारिता की बातें हर गली नुक्कड़, गांव में सुनने को मिल जाएगी|