Home News बारिस के बीच करणी सेना ने वीर भूमि चितौड़ से भरी हुंकार

बारिस के बीच करणी सेना ने वीर भूमि चितौड़ से भरी हुंकार

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23 सितम्बर को राजपूत करणी के 12 वें स्थापना दिवस पर चितौड़ की इंदिरा गांधी स्टेडियम में जौहर स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया| इस सम्मेलन में फिल्म पद्मावत, एस्ट्रोसिटी एक्ट और आरक्षण मुख्य मुद्दे रहे| पद्मावत फिल्म के खिलाफ केंद्र सरकार के रवैये और एस्ट्रोसिटी एक्ट व आरक्षण के खिलाफ आक्रोस व्यक्त करने के लिए भारी बारिस में भी लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा| यह पहला मौका होगा जब भारी बारिस के बावजूद अपने अपने खर्चे पर वाहन लेकर आये लगभग चालीस हजार लोग खुले मैदान में तीन घंटे से ज्यादा डटे रहे, जो इन मुद्दों पर लोगों के मन में उपजे रोष को प्रदर्शित करने के साथ ही करणी सेना सुप्रीमों लोकेन्द्रसिंह कालवी के प्रति भाव और उनके नेतृत्त्व में आस्था को दर्शाने के लिए पर्याप्त है| बारिस  के बावजूद बड़ी तादात में महिलाओं ने भाग लिया और खुले में कुर्सियों पर बैठकर सम्मेलन के आखिर तक भीगती रही| यदि क्षेत्र में बारिस नहीं होती तो शायद स्टेडियम में जगह कम पड़ती|

डाक्टरों के मना करने के बावजूद सेना सुप्रीमों कालवी साहब ने मंच छोड़ ज्यादातर समय बारिस में भीगती भीड़ के बीच बिताया| आपको बता दें हाल ही कुछ माह कालवी साहब के दिल का आपरेशन हुआ है बावजूद उनके जोश व सक्रियता में कोई कमी नहीं थी| कार्यक्रम में राजस्थान के बाहर दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, बिहार, मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश से लोगों ने भी भाग लिया| कार्यक्रम को विभिन्न लोगों ने संबोधित किया| सभा को संबोधित करते हुए सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने किसी भी राजनैतिक दल के खिलाफ या पक्ष में नहीं बोला, उन्होंने कहा जो उक्त मुद्दों पर हमारे साथ है हम उनके साथ हैं| लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने हमारी आवाज नहीं सुनी तो हम उसका जबाब जरुर देंगे|

कार्यक्रम में महिलाओं ने तलवार हाथों में लेकर नृत्य की भी शानदार प्रस्तुती की| कार्यक्रम में क्षत्रिय वीर ज्योति मिशन, जय राजपुताना संघ, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राजपूत सभा जयपुर के साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों  के अलावा चितौड़ के स्थानीय मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि व नेताओं ने भी आयोजन में भाग लिया|

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