यदि कोई छात्र परीक्षा में फेल होता है तो उसमे उसका क्या दोष ? आख़िर साल में 365 दिन ही तो होते है जो एक शैक्षणिक सत्र के लिए कितने कम होते है? यदि आपको कम नही लगते तो पढ़िये कि कैसे एक छात्र को पढने के लिए तो समय ही नही मिल पाता ?
1- रविवार :- एक साल में 52 तो रविवार ही हो जाते है और आप जानते है रविवार को आराम करने के लिए छुट्टी होती है न कि पढने के लिए| अब बचे 313 दिन
2- ग्रीष्मकालीन छुट्टियाँ :- ये भी एक सत्र में लगभग 50 हो जाती है और आप समझ सकते है कि इतने गर्म मौसम में छात्र कैसे पढ़ सकते है?? अब बचे 263 दिन
3- आठ घंटे छात्रों को रोज अच्छे स्वास्थ्य के लिए सोने को चाहिय मतलब 130 दिन| अब बचे 141 दिन
4- एक घंटा छात्रों को अच्छी सेहत के लिए आख़िर खेलने को भी चाहिय मतलब साल में 15 दिन| अब बचे 126 दिन
5- दो घंटे रोज बच्चों को खाना खाने और उसे सही तरीके से चबाकर पचाने के लिए भी चाहिए मतलब साल में 30 दिन| अब बचे 96 दिन
6- आदमी आख़िर सामाजिक प्राणी है अतः उसे एक घंटा रोजाना आपसी बातचीत के लिए चाहिए यानी वर्ष में 15 दिन| बचे 81 दिन
7- वर्षभर में परीक्षाओं में भी छात्रों के 35 दिन खर्च हो जाते है ! अब बचे 46 दिन
8- साल भर में त्योंहारों व अन्य कार्यकर्मों की छुटियाँ जोडें तो लगभग 40 दिन| अब बचे 6 दिन
9- आखिर तीन दिन साल में कोई छात्र बीमार भी तो पड़ेगा तब पढेगा कैसे| अब बचे 3 दिन
10- अरे भाई सिनेमा या अन्य सांस्कृतिक समारोह के लिए भी तो ज्यादा नही तो साल में दो दिन तो दोगे या नही| अब बचा एक दिन
11- अब साल में एक दिन जन्म दिन भी तो आता है अब उस दिन छात्र अपना जन्म दिन भी तो मनायेगा, दोस्तों को पार्टी भी देगा तो उस दिन पढेगा कैसे ?
अब बचा 0 दिन पढाई के लिए !!
अब आप ही बताये बेचारे फेल होने छात्र का क्या कसूर ?
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