आज सुबह दैनिक हिंदुस्तान अख़बार में इस खबर का शीर्षक का पढ़कर माथा ठनका कि यह कैसे संभव है कि नौ इंच चौड़ी व एक फुट गहरी नाली में कोई छह फुट्टा जवान गिरकर डूब मरे जबकि नौ इंच चौड़ी नाली में तो उसका सिर भी नहीं समा सकता |
लेकिन पूरी खबर पढने के बाद पता चला कि यह हमारे फरीदाबाद की स्थानीय पुलिस और यहाँ के सरकारी डाक्टरों ने संभव कर दिखाया | दैनिक हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार –
अशोका पार्ट-२ में रहने वाले रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन कृष्ण भगवान चावला का इकलोता बेटा अशोक ३१ जुलाई को रात करीब ११ बजे घर से टहलने के लिए निकला था जो लौटा नहीं , परिजन रात भर उसे तलाशते रहे लेकिन वह नहीं मिला |
लेकिन पूरी खबर पढने के बाद पता चला कि यह हमारे फरीदाबाद की स्थानीय पुलिस और यहाँ के सरकारी डाक्टरों ने संभव कर दिखाया | दैनिक हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार –
अशोका पार्ट-२ में रहने वाले रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन कृष्ण भगवान चावला का इकलोता बेटा अशोक ३१ जुलाई को रात करीब ११ बजे घर से टहलने के लिए निकला था जो लौटा नहीं , परिजन रात भर उसे तलाशते रहे लेकिन वह नहीं मिला |
१ अगस्त सुबह पल्ला चौकी पुलिस ने उनके घर आकर उनके बाते की मौत की सुचना दी | पुलिस के मुताबिक चौकी के नजदीक ही नौ इंच चौड़ी नाली में गिरकर डूबने से अशोक की मौत हो गयी | साथ ही यहाँ के सरकारी बादशाह खान अस्पताल के वरिष्ठ डाक्टर नरेंद्र कौर ने भी अशोक की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में डूब कर मरने की पुष्टि की |
है न चौंकाने वाली बात और हमारी स्थानीय पुलिस की शानदार कार्य प्रणाली ! मैंने तो आज से नौ इंच चौड़ी नाली से दुरी बनाये रखने की सोच ली है ! अब आप भी नौ इंच चौड़ी नाली से बचकर निकलयेगा !
इनका कारनामा तो हद को भी पार करता जा रहा है .. बरदाश्त करना मुश्किल लगता है !!
वाकई हैरत अंगेज़ है और हैरत अंगेज़ कारनामे तो हमारी पुलीस ही कर सकती है । दर्दनाक घटना
समझ नहीं आता कहाँ, कहाँ से भर्ती कर लिए है !
दुखद भी और शर्मनाक भी
लेकिन सर्वाधिक हैरत अंगेज़ ………….
ये क्या हो रहा है भाई ?
नाली में गिरकर मर गया …….या मार कर नाली में डाल दिया…….??????????????
हद है भाई हद है
ऐसा सिर्फ हमारे देश में ही हो सकता है या
कहीं और भी ऐसा होता है ?
नौ इंच तो सरकारी नाप होगा। पर जहाँ वह गिरा होगा वह स्थान कितना ही चौड़ा भी हो सकता है।
हमारी पुलिस को जिनियस बुक मै प्रथम स्थान मिलना चाहिये… जो काम भगवान नही कर सकता वो हमारी पुलिस कर देती है… अब सोचो भगवान बढा या भारतीय पुलिस???
हो सकता है जी जब आदमी चुल्लू भर पानी मे डूब सकते हो तो 9 ईंच की नाली तो बहुत बडी बात है हा हा हा … ।
हिन्दुस्तानी पुलिस है तो समझो कुछ भी संभव है!!!
हिन्दुतानी पुलिस का पोस्टमार्टम करवाकर देखना चाहिए कि किस तरह ऐसा हो जाता है।
असम्भव कुछ भी सम्भव वाले हमारे देश मे
भाई रतन सिंह जी, पोस्ट मोर्तम रिपोर्ट में कोई दोष नहीं है. ऐसी स्थिति में इसी तरह से लिखा जाता है. नाली में गिरने से उसके फेफडों में पानी भर गया और वह 'डूब' कर मर गया.