गहन अँधेरा रात का …….
पर उसे तो है रात भर जागना…..
आज रात को जागना है उसे ….
दाई से खबर सुनने को …..
आधी रात यूं बोली दाई ……
गरीब तेरे घर लक्ष्मी आई ,
आधी रात बाद जगा बेटी की ख़ुशी में …
आज दिन भर उसे काम नहीं मिला ……
फिर रात भर जागा सवेरे चूल्हा कैसे जलेगा ………
आज उसकी बेटी सयानी हो गई …..
फिर रात भर जागा ……
ब्याह के लिए कर्ज कहां से लाऊं
क्या है मेरे पास जिसे बेच दूं …..
आज बेटी विदा हो गई ………
फिर रात भर जागना ….…
सवेरे कहां जायेगा ……….
बीमार बीवी को लेकर ……….
क्योंकि ठोर ठिकाना तो साहूकार ने ले लिया …………..
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