tag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post7498513856343128504..comments2024-02-18T13:54:38.517+05:30Comments on Gyan Darpan : Hindi Blog: एक आदर्श शहरी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली |Unknownnoreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-85341560122893432042009-04-20T05:32:00.000+05:302009-04-20T05:32:00.000+05:30पहले तो मै आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती ह...पहले तो मै आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हू कि आपको मेरी शायरी पसन्द आयी !<br />बहुत बढिया!! इसी तरह से लिखते रहिए !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-2934883776875753442009-04-19T14:28:00.000+05:302009-04-19T14:28:00.000+05:30जोधपुर की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के बारे में जान...जोधपुर की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के बारे में जानकार प्रसन्नता हुई। ईश्वर उसका भारतीयकरण होने से बचाए, एसे 'जोधपुरी' ही बने रहने दे।<br />इस प्रणाली को कामयाब बना रहे जोधपुर के लोगों को सलामविष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-30239171491231405822009-04-18T13:43:00.000+05:302009-04-18T13:43:00.000+05:30आपकी चिन्ता सही है जब गांव का आदमी कस्बे मे ही जात...आपकी चिन्ता सही है जब गांव का आदमी कस्बे मे ही जाता है तो मारे प्रदूषण के उसकी हालत खराब हो जाती है । बड़े शहरों मे तो और भी ज्यादा खराब हालत है । मेरा बहुत ज्यादा शहरों मे तो जाना नही हुआ है लेकिन सूरत मे मै कई साल रहा हू वहा कि यातायात प्रणाली बहुत बढ़िया तो नही है लेकिन अन्य शहरो के मुकाबले ठीक है ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-75559076251673659882009-04-17T21:26:00.000+05:302009-04-17T21:26:00.000+05:30आपके बताये अनुसार जोधपुर जैसी सार्वजनिक यातायात व्...आपके बताये अनुसार जोधपुर जैसी सार्वजनिक यातायात व्यवस्था की कामना ही कर सकते हैं. वैसे यातायात व्यवस्था सुधारने में बहुत कुछ यातायात पुलिस का भी हाथ रहता है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-85243037864487053082009-04-17T18:53:00.000+05:302009-04-17T18:53:00.000+05:30कुछ राज्य हैं जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, और कुछ हद ...कुछ राज्य हैं जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, और कुछ हद तक मध्य प्रदेश भी जहाँ जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत लागू होती है. इन जगहों में कोई भी व्यवस्था सुचारू तो हो ही नहीं सकती.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-81164013883107105092009-04-17T14:10:00.000+05:302009-04-17T14:10:00.000+05:30सटीक चितंन.सटीक चितंन.परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-28713222159396968592009-04-17T11:19:00.000+05:302009-04-17T11:19:00.000+05:30भारत की सार्वजानिक यातायात प्रणालियों में यह सोचा ...भारत की सार्वजानिक यातायात प्रणालियों में यह सोचा ही नहीं जाता कि उनके उपभोक्ता कौन होने चाहिए. जैसे:- दिल्ली में मेट्रो रेल चलाई किसके लिए, पता नहीं. बस की सवारियां उसमें जाने लगीं. लेकिन बसें भी उतनी ही चल रहीं हैं जितनी पहले थीं.. अब सरकार चाहती है कि कारों और स्कूटरों वाले भी उसमें चलें, (अपनी सवारी का सुख छोड़कर ?). इसलिए, कार-स्कूटर भी वैसे ही चल रहे हैं....पहले, कार-स्कूटर वालों को मेट्रो में चढ़ाने की नीति तो बनाओ भाई.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-3669342619853498292009-04-17T09:48:00.000+05:302009-04-17T09:48:00.000+05:30आपने बहुत उपयोगी और सकारात्मक चिंतन व्यक्त किया है...आपने बहुत उपयोगी और सकारात्मक चिंतन व्यक्त किया है. धन्यवाद.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-71779525462282420162009-04-17T07:34:00.000+05:302009-04-17T07:34:00.000+05:30सकारात्मक सुझाव .सकारात्मक सुझाव .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4024407938836037509.post-37473985305173995942009-04-17T07:16:00.000+05:302009-04-17T07:16:00.000+05:30एक साफ सुथरी और तत्पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली आवश...एक साफ सुथरी और तत्पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली आवश्यक है। वरना सड़कें वाहनों से भर जाएंगी, उन का चलना भी कठिन और वातावरण कार्बन डाई ऑक्साइड से भरी होंगी आप का सांस लेना कठिन।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com