गौरक्षा कार्यक्रम और फेसबुक मित्रों से मुलाकात

Gyan Darpan
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२२ जुलाई को जयपुर एक वैवाहिक कार्यक्रम में भाग लेने जाने से पहले ही जयपुर की होटल अशोका में क्राइम पेट्रोल ओआरजी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर शिखासिंह की प्रेस कांफ्रेंस के बाद राजपूत युवा परिषद् के अध्यक्ष उम्मेदसिंह करीरी सहित कई मित्रों से मुलाकात हुई, उम्मेद सिंह करीरी व शिखासिंह के अलावा सभी मित्र इससे पहले मुझे फेसबुक व ज्ञान दर्पण के माध्यम से ही जानते थे उस दिन पहली बार कई फेसबुक मित्रों से फेस टू फेस मिलने का मौका मिला| इन्हीं में से एक मित्र गजेन्द्र सिंह जी ने उस दिन अपनी संस्था श्रीराम फाउंडेशन का परिचय व उनके द्वारा गौ-सेवा व गौ-सुरक्षा के लिए किये जाने वाले कार्यों की जानकारी देते हुए डीडवाना के पास ठाकरियावास गांव में ११ अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में आने का न्योता दिया| हमनें भी उनका न्योता उसी वक्त सहर्ष स्वीकार कर लिया|

संयोग से अगस्त के शुरू में ही मुझे अपनी कम्पनी से कई वर्षों बाद वैश्विक मंदी के चलते १५ दिन का अवकाश मिल गया| अत: इस कार्यक्रम से ११ दिन पहले ही मैं अपने गांव पहुँच चूका था| ११ अगस्त को मैं नियत समय पर राजस्थान रोड़वेज की बस से डीडवाना पहुँच गया जहाँ मुझे अपनी बहन व भांजों से मिलना था व एक बहन व भांजी को उनके घर तक छोड़ना भी था| भांजों से मुलाकात के बाद कार्यक्रम में शामिल होने दिल्ली से चली शिखासिंह व सीकर से चले उम्मेद सिंह करीरी से सम्पर्क किया तो वे डीडवाना से पीछे ही थे अत: समय निर्धारित कर हाईवे पर उनके साथ होने की एक जगह निश्चित कर हम वहां पहुँच इनका इंतजार करने लगे, थोड़ी देर बाद ही उम्मेद सा एडवोकेट हनुमानसिंह जी के साथ गाड़ी में पहुँच गए, हम आपस में मिल ही रहे थे कि उसी वक्त शेरे राजस्थान पूर्व राष्ट्रपति स्व.भैरोंसिंह जी के दोहिते व युवा भाजपा नेता अभिमन्यु सिंह राजवी भी उसी कार्यक्रम में जाते हुए मिल गए| मैं उम्मेद सा के साथ अभिमन्यु बना की गाड़ी में सवार हो गया|

गांव के बाहर खुले खेतों के बीच शामियाने लगे कार्यक्रम में पहुंचे तो कार्यक्रम चालू था| जिसका मंच संचालन रामगोपाल जी अग्रवाल बड़े शानदार व प्रभावी तरीके से कर रहे थे, मंच पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ साधू संत व डीडवाना के शहर काजी बिराजे थे| हमारे कार्यक्रम स्थल पर पहुँचते ही संस्था अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह जी ने स्वागत करते हुए हमें मंच पर आमंत्रित किया, पर मेरा इरादा मंच पर बैठने की बजाय कार्यक्रम की फोटोग्राफी करने में ज्यादा था, मैंने अपनी रूचि से गजेन्द्र सा को अवगत करा दिया और अपने काम में जुट गया|

थोड़ी ही देर बाद फोन की घंटी बजी तो देखा फेसबुक मित्र व पत्रकार विनोद गौड़ फोन कर रहे है, किसी कारण वश उनका फोन उस वक्त नहीं उठा पाया और थोड़ी ही देर बाद जैसे ही मैंने शामियाने के बाहर निकल वापस विनोद जी फोन लगाया तो वे फोन उठाने के बजाय सीधा मेरे पास आ धमके और अपना परिचय दिया| मैं उन्हें देख हतप्रद था क्योंकि मुझे उनके मिलने की कोई पूर्व संभावना ही नहीं थी| ऐसी अचानक मुलाकात बड़ी सुखद व रोचक लगती है, हम दोनों ने आपस में चर्चा शुरू की ही थी कि तभी मीडिया के कई साथी और आ गए जिनसे एक एक कर विनोद जी ने मेरा परिचय कराया| पत्रकार मित्रों से परिचय चर्चा चल ही रही थी तभी बेटी बचावो आंदोलन चलाने वाली शिखासिंह क्लीन इंडिया नामक संस्था की अध्यक्ष और पूर्व मिसेज इंडिया डा.उदिता त्यागी के साथ गाड़ी से उतरती दिखाई दी| इनके साथ जैसे ही वापस मंच की और आये तो एडवोकेट हनुमान सिंह जी का जोशीला भाषण चल रहा था उनके बाद कुछ और लोग भी बोले पर मुझे इंतजार था युवा नेता और बचपन से स्व.बाबोसा भैरोंसिंह के सानिध्य में रह राजनीति के गुर सीखे अभिमन्यु सिंह राजवी के भाषण का|

राजवी का भाषण सुनने का यह मौका मुझे पहली बार मिलने जा रहा था और मैं उनके भाषण को ध्यान से सुनने के साथ साथ अपने कैमरे में रिकोर्ड भी करना चाह रहा था पर अफ़सोस एक ही कैमरा साथ होने के चलते पहले उससे स्टील फोटोग्राफी करने के चक्कर में पूरा भाषण रिकोर्ड नहीं कर पाया, खैर.....

राजवी ने अपने पुरे भाषण में राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया, उनके भाषण के दौरान भीड़ की तरफ देखने पर ज्ञात हुआ कि महिलाओं सहित पूरी भीड़ राजवी के भाषण को बड़ी गंभीरता व ध्यान से सून रही थी| और सुनती भी क्यों नहीं, आखिर अपने आदर्श नेता बाबोसा के वारिश को सून रही थी जिनसे यहाँ उपस्थित हर श्रोता का गहरा भावनात्मक रिश्ता जुड़ा था| राजवी ने भी अपने भाषण से उपस्थित जनसमुदाय को निराश नहीं किया, उन्होंने विषयानुसार ही एक एक मुद्दे पर सारगर्भित बातें की, गौ हत्या रोकने के साथ ही उन्होंने प्रदेश में गौचर भूमि पर भूमाफिया द्वारा कब्ज़ा किये जाने को प्रमुखता से उठाते हुए अपने अपने गांव के पास स्थित गौचर भूमि पर अतिक्रमण हटाने व भविष्य में अतिक्रमण रोकने के लिए आगे आने हेतु लोगों को खासकर युवा शक्ति को प्रेरित किया| साथ श्री राजवी ने सरकार से पक्षी अभ्यारण्य, बाघ अभ्यारण्य आदि की तर्ज पर गौ-अभ्यारण्य भी बनाने की मांग करते हुए सरकार को यहाँ तक कह डाला कि यदि सरकार बीकानेर के पास गौ-अभ्यारण्य बनाती है तो वे पैतृक विरासत मिली अपनी सारी भूमि उस अभ्यारण्य के लिए दान कर देने को तैयार है|

अभिमन्यु सिंह राजवी ने अपने भाषण में जिस तरह मातृभाषा में बात करते हुए विषयानुकूल मुद्दे उठाये, उन्हें इस तरह श्रोताओं द्वारा सुनता देख मुझे लगा उपस्थित श्रोतागण उनमें अपने प्रिय नेता स्व.भैरोसिंह जी की छवि देख रहे है और यह कार्यक्रम के बाद लोगों की उनके भाषण को लेकर की गयी आपसी बातचीत में साफ़ भी हो गया, अपने प्रिय नेता के वारिश के भाषण में भाषा व लहजा सून व विषय पर उनकी संवेदनशीलता देख सभी लोग संतुष्ट लग रहे थे कि अभिमन्यु राजवी में वो गुण है जो स्व.भैरोंसिंह जी के अधूरे कार्य व सपनों को पूरा करने के लिए चाहिये|

कार्यक्रम के बाद वहां उपस्थिति बुजुर्ग, संत अभिमन्यु राजवी को आशीर्वाद देते दिखाई दिए, राजवी के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते बुजुर्गों का राजवी के प्रति उनके दिल में प्रेम उनके चेहरे पर साफ़ झलकती हुई ख़ुशी में नजर आ रही था, मैं उन बुजुर्गों की ख़ुशी में उनके दिल में स्व.भैरोंसिंह जी के प्रति जो प्यार था का थाह लेने में व्यस्त था| वहां बहुत से ऐसे लोग भी थे जिनका स्व.भैरोंसिंह जी से सीधा नाता रहा था, अभिमन्यु राजवी ने भी पुरे मनोयोग से उन बुजुर्गों के श्रीमुख से उनके स्व.भैरों सिंह जी के साथ बिताये पलों के कई संस्मरण सुने|

वृक्षारोपण के बाद सभी ने दाल बाटी चूरमा का स्वादिष्ट भोजन ग्रहण किया जो कार्यक्रम में उपस्थित हर एक लिए उपलब्ध था| दालबाटी चूरमा का स्वाद लेने के बाद हम अभिमन्यु बना की गाड़ी से राजस्थान की बहादुर बेटी एवरेस्ट विजेता कैप्टेन दीपिका राठौड़ के पिता गणपत सिंह जी के साथ पास ही स्थित गांव में उनके घर गये वहां से डीडवाना पहुंचे| जहाँ हाईवे पर राजस्थान कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह खोजास व्यवसायी रमेश सिंह जी के साथ हमारा इंतजार कर रहे थे| डीडवाना से मैं व उम्मेद सिंह करीरी, महासंघ अध्यक्ष के साथ अन्य कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जयपुर के लिए रवाना हो गये, चूँकि इस यात्रा में हम डीडवाना विधानसभा से गुजर रहे थे अत: डीडवाना विधानसभा की राजनीति पर चर्चा चलना भी वाजिब था फिर यहाँ से गाड़ी में सवार सभी के मित्र श्यामप्रताप रुवां चुनाव में उम्मीदवार है अत: पूरी यात्रा श्यामप्रताप रुवां को चुनाव जीतने में कैसे कैसे सहयोग किया जाय, क्या रणनीति बनाई जाये, कैसे विरोधियों को अपनी और किया जाय पर ही केन्द्रित रही चूँकि मुझे राजस्थान से बाहर रहने के चलते इस क्षेत्र की राजनीति का बिल्कुल ज्ञान नहीं है सो मैंने इस चर्चा में चुप रहते ध्यान से सुनते हुए ही भाग ले अपना ज्ञानवर्धन किया| इस तरह रात्री होते होते हम जयपुर स्थित रमेश सिंह जी के अतिथि गृह पहुंचे वहां कुछ और बंधू पहले से जमे थे जिनके साथ देर तक चर्चा होती रही|


गौ-सेवा पर बोलते हुए वक्तागण


उसी चर्चा के दौरान तमिलनाडु से सुदर्शन टीवी के हरिसिंह जी का फोन आ गया कि- सुदर्शन टीवी पर आपके द्वारा उपलब्ध करायी गयी जोधा अकबर पर ऐतिहासिक जानकारी के आधार पर सुदर्शन टीवी पर बिंदास बोल कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है पर अफ़सोस हमारे पास वहां एयरटेल डिजिटल की सुविधा उपलब्ध थी जिसमें सुदर्शन टीवी देखने की सुविधा नहीं थी| हरिसिंह जी ने अपने मोबाइल को थोड़ी देर टीवी के आगे रख मुझे बिंदास बोल कार्यक्रम की आवाज सुनाई|

कुल मिलाकर वर्षों बाद अपने क्षेत्र के कार्यक्रम में भाग लेने व कई फेसबुक व वर्चुअल दुनियां के मित्रों से फेस टू फेस मिलने के सुखद मौकों ने इस बार की छुट्टियों को यादगार बना दिया| साथ ही मित्रों के प्यार ने जयपुर में अपना एक स्थाई छोटे से आशियाने का जुगाड़ करने का दिल में बीज बो दिया, जो शायद जल्द ही अंकुरित हो जाये|

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5टिप्पणियाँ

  1. शत शत शुभकामनायें, इस पुण्य कार्य के लिये। गोरक्षा हम सबकी प्राथमिकता हो।

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  2. समाज में आपका योगदान सराहनीय है..
    बधाई !

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  3. बहुत दिलचस्प , सामाजिक उत्थान के बहाने ही सही दोस्तों से मुलाक़ात हो जाए तो एक पंथ दो काज हो जाते हैं।

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