धरती को भूल कर
धरती को भूल कर आसमां को निहारने लगा है मानव ... ऊंची उड़ान कि चाहत में कहीं भटक गया है मानव ... बहुत अफ़सोस, …
धरती को भूल कर आसमां को निहारने लगा है मानव ... ऊंची उड़ान कि चाहत में कहीं भटक गया है मानव ... बहुत अफ़सोस, …
अस्त्र शस्त्र ,वेद शास्त्र , विद्या दान सब सिखाया क्षत्राणी का धर्म निभाया कूद के जौहर में रण भूमि में तुम्…
प्रिय सेकुलर नेता जी मैं आपका वोटर| जो आपको सादर चरण स्पर्श तो करना चाहता है पर आपके चरण पृथ्वी पर हों तो कर पाये ना …
कमलेश चौहान (गौरी) माना कि ये उस मालिक का दस्तूर है कुछ पल सब कुछ है कुछ पल देखो तो कुछ भी नहीं कल जो दिल के कर…
विवाह एक ऐसी परंपरा है जहाँ केवल स्त्री-पुरुष का मिलन ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन भी होता है| हिन्दू धर्म में अलग…
प्रिय सामान्य वर्ग, जबसे सत्ताधारी दल व कुछ अन्य दल जो आरक्षण रूपी हथियार का इस्तेमाल कर दलित वोट बैंक रूपी बैसाखियो…
एक बेटी के मन की आवाज माँ के लिए माँ थारी लाडी नै, तूं लागै घणी प्यारी | सगळा रिश्तां में, माँ तूं है सै सूं न्या…
किसी भी सामाजिक,राजनैतिक संघठन की अपनी एक विचारधारा होती है उसी विचारधारा को देखकर सुनकर उसी विचारधारा के समान विचार रख…