आज का ख्याल Today's thought

pagdandi
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कभी कभी बैठे बैठे यूँ ही मन मे कई ख्याल आते रहते है . अब देखो आज खाना बना रही थी तो सोचा आस पास ही कितनी चीजे है जो सोचने को और समझने को मजबूर कर दे ,अगर हम सोचें तो ..पर अब सब मेरे जैसे निक्कमे और खाली तो है नहीं जो इतना सोचें .पर अब मेरे दिमाग में तो आ गई तो सोचा की इस बारे मे अकेले ही क्यों सोचती रहूं आप लोगो को भी बता देती हूँ |
आज का ख्याल "रोटी और दूध "....रोटी जो जाति से स्त्री होती है …..हां भाई होती है रोटी शब्द स्त्रीलिंग है ना ?.इसलिए बोला है .रोटी वो है जिसे आप कितना भी आग मे तपाओ .वो अपनी सीमा मतलब के तवा नहीं छोडती है .जल जाएगी पर अपनी हद पार नहीं करेगी ….और उसकी बदनसीबी तो देखो आप ..कि अपनी मर्यादाए नहीं छोड़ने का उसे क्या इनाम मिलता है फेंक दिया जाता है, ये कह कर की जली हुई है .और अब ये रहे दूध यानि की मिल्क जरा भी आंच लगी नही की सारी हदे सीमाएं लाँघ कर बाहर बह जाते है .और इनकी खुशनसीबी तो देखो सारी मलाई बह जाने के बाद भी बचे हुए जनाब उपयोगी रहते है ……आखिर पुरुष जाति (पुलिंग) से जो ठहरे ..अब ये मेरा ख्याल है , ये जरुरी नही है कि सही हो पर ,दिल में आ गया सो बोल दिया …............अब अकेली मैं ही क्यों सोचू ,थोडा आप भी सोचो ..........



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16टिप्पणियाँ

  1. वाह उषा जी !
    दैनिक दिनचर्या में घटने वाली छोटी छोटी बातों का उदहारण देकर आपने सामाजिक मानसिकता पर सटीक व करारा व्यंग्य किया है |

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  2. हमारे किचेन का चित्र आपको कहाँ से मिल गया।

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  3. बहुत ही गहरी सोच है |
    धन्यबाद

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  4. समाज की मानसिकता पर सरल भाषा में कहा गया गहरा व्यंग्य

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  5. दूध वाला चित्र तो लगता है कि हमारी रसोई में खींचा गया है।
    रोजाना यही होता है हमारे साथ।

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  6. दूध के भगोने मे अगर चमचा डाल दिया जाये तो उफ़न के गिरेगा नही

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  7. छोटे उदाहरण संकेतो के द्वारा कितनी गहरी बात कह दी है |

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  8. आप ने बिलकुल सही ओर गहरी बात लिख दी,धन्यवाद

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  9. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  10. बहुत खूब अब निक्कमे लोग इतनी अच्छी कविता लिखने लगे तोह हम जैसे लोगों का क्या होगा.अब किसी ने सच ही कहा है की खाली दिमाग शैतान का घर पर उस सैतानी दिमाग में इतने उच्च विचार आयेंगे तोह बहुत बढ़िया.जैसा मैं पहले भी कहता आया तुमें कुछ ख़ास बात है.सुख्रिया अपनी सुन्दर और सहज सोच हम सब से शेयर करने के लिए.:-)

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  11. mujhe itna pyar aur aadar dene ke liye aap sab ka bhut bhut aabhar .........

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  12. Usha Baisa..Aap kaviyatri ke sath sath lekhika bhi hai..yah jan kar khushi hui...Ham Purusho k bare me kitne nek Khayal hai aapke..Thanx Ham purusho ko asliyat batane k liye..hahahaha

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